चंडीगढ़।पंजाब में आम आदमी पार्टी ने 10 विधायकों को मंत्री बनाया और शनिवार सुबह विधायकों ने राजभवन में मंत्री पद की शपथ भी ले ली है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को ही अपने मंत्रिमंडल में शामिल होने जा रहे मंत्रियों के नामों की घोषणा कर दी थी। सबसे अहम बात यह है कि भगवंत मान की कैबिनेट में शामिल हुए 10 मंत्रियों में से 8 मंत्री पहली बार विधायक बने हैं। जबकि दो मंत्री दूसरी बार विधायक बने हैं।
बलजीत कौर मलोट विधानसभा सीट से, हरभजन सिंह जंडियाला से, विजय सिंगला मानसा से, डॉक्टर लालचंद कटारू भोआ से, कुलदीप सिंह धालीवाल अजनाला से, लालजीत सिंह भुल्लर पट्टी से, ब्रम शंकर होशियारपुर से और हरजोत सिंह बैंस आनंदपुर साहिब से विधायक निर्वाचित हुए हैं। पहली बार विधायक बने इन सभी नेताओं को मान मंत्रिमंडल में जगह मिली है। जबकि पूर्व नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा दूसरी बार दिर्बा विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने हैं। वहीं गुरमीत सिंह बरनाला विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। ये दोनों विधायक भी मंत्री बनें हैं।
पंजाब में दिग्गजों को मात देने वाले आप नेताओं को मंत्रीमंडल में जगह नहीं मिली है। गुरमीत सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को हराया है, जबकि जगदीप सिंह कंबोज गोल्डी ने पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल को हराया है। डॉ चरणजीत सिंह ने चमकौर साहिब से और लाभ सिंह ने भदौर से पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को से हराया है। इन विधायकों को मान मंत्रीमंडल में जगह नहीं मिली है। पटियाला शहर से कैप्टन अमरिंदर सिंह को हराने वाले अजीत पाल सिंह कोहली को भी मंत्री नहीं बनाया गया है।
पार्टी ने दूसरी बार के अधिकांश लोगों को भी नजरअंदाज किया है। पंजाब में 70 हजार से अधिक मतों के सबसे बड़े अंतर से जीतने वाले सुनाम विधानसभा सीट से विधायक अमन अरोड़ा को भी मंत्रीमंडल में जगह नहीं मिली है। पहली सूची में पार्टी ने चार अनुसूचित जातियों को जगह दी है। मालवा से पांच, माझा से चार और दोआबा (होशियारपुर) से एक विधायक को मंत्रीमंडल में जगह मिली है । सूची में एक महिला, चार जाट, चार अनुसूचित जाति और दो हिंदू विधायकों को जगह मिली है। मान के मंत्रिमंडल में नियमानुसार 17 मंत्री हो सकते हैं। पंजाब विधानसभा में 117 सदस्य हैं। कोटकापुरा से आप विधायक कुलतार सिंह को स्पीकर बनाया गया है।