बिलासपुर–लगातार दूसरे दिन भी पुलिस ने सघन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान वाहन चालकों और सवारों में जमकर हलचल देखने को मिली। ज्यादातर लोग ने चेकिंग से बचने और कार्रवआई की डर से सकरी गलियों को तलाशते रहे। बताते चलें कि पुलिस कप्तान के निर्देश पर इन दिनों पिछले दो दिनों से लगातार सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। खासकर ग्रीन पार्क लूटपाट काण्ड के बाद पुलिस के कान खड़े हो गए है। हादसे को अंजाम देने वालों की खुले और गोपनीय तरीके से पतासाजी की जा रही है। इस क्रम में शहर के सभी चौक चौराहों पर पुलिस ने सघन चेकिंग अभियान चलाया है।
पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के दिशा निर्देशनऔर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप, संजय ध्रुव , रोहित बघेल की अगुवाई में पिछले दो दिनों से शहर में छोटे बड़े सभी वाहनों के बीच सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस कप्तान के विशेष निर्देश पर थानेदार भी टीम के साथ प्वाइंट बनाकर या फिर वाहनों को आकस्मिक रोककर जांच पड़ताल कर रहे हैं।
पुलिस ने शहर के व्यस्ततम प्रमुख मंगला, कोतवाली, संकरी, तारबाहर चौक, पावरहाउस , बसंत विहार चौक, मोपका ,चकरभाठा ,तिफरा चौके समेत अन्य प्रमुख स्थानों के चिन्हांकित नाकाबंदी का प्वाइंट्स बनाकर दिन भर चेंकिग अभियान को अंजाम दिया।
इस दौरान पुलिस ने स्टॉपर की मदद से तीन सवारी ,बिना नम्बर ,संदिग्ध वाहनों को रोककर कार्रवाई की। तेज गति से चलने वाले वाहनों और असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखा गया। इस दौरान पुलिस कप्तान स्वयं नाकाबंदी पॉइंट्स पर चेकिंग कार्यवाही का निरीक्षण किया। कार्यवाही में शामिल अधिकारी, कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
चेकिंग कार्यवाही के दौरान फेरी लगाने वालों, मुसाफिर, बाहरी आमरफ्त को भी चेक किया गया। इसके अलावा हॉटल,सराय, लॉज, ढाबा में दबिश दी गयी। संदिग्धों पर निगरानी के लिये रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड में भी आने जाने वालों पर विशेष नजर बनाकर रखा गया।
थाना प्रभारियों के हवाले से मिली खबर के अनुसार पुलिस कप्तान के निर्देश पर रात्रि 9 से 12 की पाली में अलग से थाना स्तर पर चेकिंग व्यवस्था की गयी है। थाना प्रभारी स्वयं अपनी टीम के साथ गुंडा बदमाश और निगरानी शुदा तत्वों के खिलाफ चेकिंग कार्यवाही करेंगे। जबकि सुबह 4 से 6:30 तक बाइक पेट्रोलिंग होगी .बाइक पट्रोलिंग टीम शहर के मुख्य बाजार में गश्त करेगी।
एडिश्नल एसपी कश्यप ने बताया कि चेकिंग अभियान के दौारन लगभग 150 से अधिक.वाहन चालकों के खिलाफ विभिन्न प्रकार की कार्रवाई की गयी है।