बिलासपुर—-रायपुर में धर्मांतरण के समर्थन में बयानबाजी करने वाले अरुण पन्नालाल और गुरविंदर सिंह चड्ढा का भाजपा नेताओं ने विरोध किया है। भाजपा दक्षिण मण्डल के नेताओं ने तारबाहर थाना पहुंचकर दोनों नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की।
भाजपा युवा नेता मनीष अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में तेजी से धर्मांतरण हो रहा है। प्रदेश कांग्रेस सरकार मामले को लेकर मौन है। सरकार और कांग्रेसी नेता सिर्फ धर्मांतरण पर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीतिक रोटी सेकते नजर आ रहे हैं।
राजधानी रायपुर में अरुण पन्नालाल और गुरविंदर सिंह चड्डा ने यूट्यूब और मीडिया में धर्मांतरण की जमकर वकालत की है। दोनो तथाकथित नेता भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 का हवाला देते हुए कहा कि संविधान धर्मांतरण की इजाजत देता है। उन्हें धर्मांतरण करने से कोई रोक नहीं सकता है।
दोनों ने खुली चुनौती दी है कि अगर उन्हें धर्मान्तरण से रोका गया तो संविधान को जला देंगे। दोनों व्यक्तियों ने छत्तीसगढ़ सरकार को भी चुनौती दी है। बावजूद इसके प्रदेश सरकार मौन है। यह जानते हुए भी कि पिछड़ा वर्ग और आदिवासी इलाकों में जमकर धर्मांतरण कराया जा रहा है।
मनीष ने बताया कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण से मतातंरण का खेल खेला जा रहा है। यह देश और प्रदेश के लिए घातक है। लिहाजा धर्मांतरण जैसे संवेदनशील मुद्दे पर अरुण पन्नालाल और गुरविंदर सिंह चड्डा का आपत्तिजनक बयान को बर्दास्त नहीं किया जाएगा ।
दोनों व्यक्तियों समेत धर्मान्तरण की वकालत करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाना बहुत जरूरी है। भारतीय जनता पार्टी दक्षिण मंडल के कार्यकर्ता और नेताओ ने तारबहार थाना पहुंचकर शिकायत कर एफआईआर दर्ज की मांग की है।
शिकायत में कहा गया है कि दोनों व्यक्तियों ने धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। घृणा पैदा करने के साथ संविधान को जलाने की धमकी दिया है। इस प्रकार का बयान भारतीय संविधान का अपमान है। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही किया जाना जरूरी है।
इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी दक्षिण मंडल के नेता मनीष अग्रवाल महेश चंद्रिकापुरे धीरेंद्र केसरवानी जुगल अग्रवाल अमित तिवारी नारायण गोस्वामी राजेश साहू गणेश रजक मनजीत गोस्वामी मोनू रजक मनोज कश्यप मनीष गुप्ता केदार खत्री सचिन राव योगेश सिंह देवेश खत्री साहिल कश्यप चिंटू गुप्ता ओंकार केसरवानी मधुसुधन राव अमन ताम्रकार आयुष मेहता साहिल भाभा मुस्ताक मेमन आरूष अनुज अयोध्या डेहरिया समेत दर्जनों भाजपा नेता मौजूद थे। सभी ने एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की।