बिलासपुर— जिले के नामचीन व्यापारी और संबधित संगठन के पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता कर जिले की कानून व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की है। व्यापारियों ने बताया कि पिछले एक साल में शहर की कानून व्यवस्था पूरी तरह से विखर गयी है। शिकायत के बाद भी व्यापारी से मारपीट करने वाले आरोपी को नहीं पकड़ा गया है। पुलिस से सिर्फ आश्वासन से ज्यादा कुछ हासिल नहीं हुआ है। यदि हमें न्याय नहीं मिलता है तो सीएम से गुहार लगाएंगे। जरूरत पड़ी तो व्यापार विहार बन्द कर न्याय के लिए सड़क पर उतरेंगे।
व्यापारी पर जानलेवा हमला
जानकारी देते चलें कि 11 अप्रैल की शाम सोमवार को शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी मनोज उभरानी पर ऋषभ पानीकर और उसके साथियों ने जानलेवा हमला किया। घटना के समय मनोज उभरानी रेलवे परिसर शांति निकेतन क्षेत्र मेरं इवनिंग वाक करने गए थे। इसी दौरान असामाजिक तत्वों ने राड,हाकी और अन्य हथियार से जानलेवा हमला कर दिया। किसी तरह मनोज को उसके साथियों ने बचाया। और मनोज को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया। बहरहाल गंभीर रूप से घायल मनोज की स्थिति ठीक है। मामले में व्यापारियों ने आज प्रेस वार्ता कर न्याय नहीं मिलने की बात कही है। व्यापारियों ने घटना की मुख्य वजह राजस्व प्रशासन और पुलिस की लापरवाही को बताया है।
चैम्बर ने किया विरोध
छत्तीसगढ़ चैम्बर आफ कामर्स समेत पूज्य सिंधी सेन्ट्रल पंचायत के अध्यक्ष और पदाधिकारियों ने पुलिस की लचर कार्रवाई को लेकर चिंता जाहिर किया। संगठन के पदाधिकारियों के अनुसार फरवरी 2022 में ऋषभ समेत 40-50 से अधिक लोग दयालबन्द स्थित मनोज उभरानी के पाइप फैक्ट्री में घुसकर आतंक मचाया है। मामले की शिकायत पुलिस महानिरीक्षक से किया गया। लेकिन आरोपियों के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। यदि समय रहते आरोपियों के खिलाफ उचित कदम उठाया गया होता तो आज मनोज उभरानी की यह स्थिति नहीं होती। पुलिस के सहयोग नहीं मिलने से व्यापारियों में दहशत है।
व्यापारियों का गंभीर आरोप
व्यापार विहार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि आरोपियों की तरफ बार बार जान से मारने की धमकी मिल रही है। असामाजिक तत्व और गुँडे खुले आम घूम रहे हैं। मनोज उभरानी पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपी ऋषभ पर शहर के कमोबेश सभी थानों गंभीर प्रकार के अपराध दर्ज हैं। बावजूद इसके आरोपी को आज तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
पुलिस की लापरवाही
डीडी आहुजा और प्रकाश ग्वालानी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होना पुलिस की लापरवाही को जाहिर करता है। जबकि ऐसे मा्मलों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को आरोपी के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। दुख की बात है कि आरोपी के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हो रही है। पिछले एक साल में पुलिस की लचर व्यवस्था के चलते शहर की कानून व्यवस्था चौपट हो गयी है।
हमे राजनीत से मतलब नही
व्यापारियों ने कहा कि हमें काम धाम और व्यवसाय से फुरसत नहीं है। राजनीति से भी कोई नाता नहीं है। ऐसे में यदि पुलिस का सहयोग नहीं मिलेगा तो हमारा जीना मुश्किल हो जाएगा। जबकि पुलिस की जिम्मेदारी बनती है कि शहर की बिगड़ती कानून व्यवस्था दुरूस्त करे। लेकिन हो उल्टा रहा है। असामाजिक तत्वों ने जीना मुश्किल कर दिया है।
ललित माखिजा ने कहा कि यदि कानून व्यवस्था दुरूस्त होता तो पिछले एक साल में बिलासपुर जैसे शांत शहर को बेचैनी को जाहिर करने की जरूरत नहीं पड़ती। आरोपी चाहे किसी भी दल से रिश्ता रखता हो…तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
डीडी आहुजा, प्रकाश ग्वालानी, पीएन बजाज, नवनीत अरोरा, ललित माखिजा,विनोद मेघानी, संजय मित्तल और मनीष उभरानी ने कहा कि हम न्याय के लिए मुख्यमंत्री से गुहार लगाएंगे। उन्हें बताएंगे कि गुड़ों ने जीना मुश्किल कर दिया है। जरूरत पड़ी व्यापार विहार बन्द कर प्रदर्शन करेंगे। इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। हमारी मांग है कि आरोपी ऋषभ और उसके साथियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
प्रकाश ग्वालानी ने बताया कि राजस्व की गलतियों का भुगतान आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।