बिलासपुर—- यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स बिलासपुर संयोजन ललित अग्रवाल ने मुम्बई में भारतीय बैंक और यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के द्विपक्षीय समझौते का स्वागत किया है। ललित ने कहा कि बैंकों के वेतन सम्बन्धी व्यय में 15 प्रतिशत की बृद्धि का समझौता कर दोनों पक्षों ने देशभक्ति का परिचय दिया है।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस, बिलासपुर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस संयोजक ललित अग्रवाल ने कहा कि इस बार देश के सभी बैंकर खुश होकर दीपावली का जश्न महसूस करेंगे। 11 नवम्बर को मुम्बई में भारतीय बैंक और यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक के बीच द्विपक्षीय वार्ता काफी अहम साबित हुआ है। 1 नवम्बर 2017 से देय 11वे द्विपक्षिय वेतन समझौता को अमली जाना संशोधन के साथ पहनाया गया है।
ललित अग्रवाल ने बताया कि मुंबई में भारतीय बैंक संघ और यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बीच सफल संपन्न हुआ है। उन्होने बताया कि बैंकर्स पर पे कमीशन लागू नहीं होता हैं। पांच वर्षों में एक बार द्विपक्षिय समझौता होता हैं। 10 वां द्विपक्षिय समझौता 1 नवम्बर 2012 को हुआ था। कोविड 19 के वजह से देश की अर्थव्यवस्था को देखते हुए बैंकर्स ने अपनी 40 प्रतिशत वेतनवृद्धि की मांग को छोड़ दिया है। समझौते के तहत तीन वर्षों के विलम्ब से मूल वेतन में मात्र 2.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ बैंकों के वेतन सम्बंधी व्यय में 15 प्रतिशत वृद्धि पर समझौता किया है। निश्चित रूप से यह समझौता देशभक्ति के परिचय को जाहिर करता है।
ललित अग्रवाल ने बताया कि आईबीए ने सम्बंधित बैंको को निर्देश दिए हैं कि 1 नवम्बर 2017 से 31 अक्टूबर 2020 तक की अवधि के एरियर्स का भुगतान अतिशीघ्र करे। ताकि राशि बाजार में आए और देश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिल सके।