बिलासपुर—वंदना अस्पताल का मामला धीरे धीरे गंभीर हो गया है। ताला जड़े जाने के बाद अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों ने खबर लिखे जाने तक सिविल लाइन थाना परिसर में खुले आसमान के नीचे धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। अडेन्डरों ने बताया कि हममें से दो लोगों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है। जबकि हमारा कोई भी कसूर नहीं है।
थाना घेराव कर रहे मरीजों के परिजन इस दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी करते नजर आ रहे हैं। परिजनों ने बताया कि हम दिन भर से संजय जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग कर रहे हैं। बावजूद इसके हमें कभी पुलिस कप्तान के पास भेजा जा रहा है। तो कभी सिविल लाइन थाना दौड़ाया जा रहा है। ऐसी सूरत में हम अपने मरीजों की देखभाल कैसे करेंगे।
परिजनों की मानें तो पुलिस से हमें किसी प्रकार का सहयोग नहीं मिल रहा है। अस्पताल में ताला बन्द करने का हमने विरोध किया था। इस दौरान थानेदार के सामने ही संजय जैन ने जान से मारने की धमकी दी। और गाली गलौच के साथ हाथापायी भी किया। संजय जैन के दबाव में हमारे खिलाफ अपराधदर्ज किया गया। लेकिन हमारी शिकायत पर एफआईआर दर्ज नहीं किया जा रहा है। इससे पुलिस की कार्य प्रणाली पर शक करना वाजिब है।