बिलासपुर—जिला प्रशासन टीम की कोरोना संक्रमण से लेकर कमोबेश सभी व्यवस्था पर नजर है। हमारा ही नहीं बल्कि सबका मानना है कि महामारी का इलाज केवल लाकडाउन ही नहीं है। पहले भी हमने लाकडाउन लगाया है। इसके बाद कोरोना पर काफी कुछ हद तक नियंत्रण करने में सफलता मिली। एक बार फिर संक्रमण की लहर चालू हो गयी है। इस दौरान हमने स्वास्थ्य व्यवस्था को भी बेहतर किया है। यह बातें मीडिया से जिला कलेक्टर डॉक्टर सारांश मित्तर ने कही।मीडिया से डॉ. मित्तर ने कहा कि प्रारम्भ में हमने समय में कटौती कर बाजार की भीड़ को नियंत्रण का प्रयास किया। क्योंकि यकायक लाकडाउन में जाना ठीक नहीं था। इससे काफी नुकसान की स्थिति बन सकती थी। बावजूद इसके हमने हमेशा संक्रमण पर नजर बनाकर रखा। समय में कटौती करने से काफी कुछ सकारात्मक परिणाम आए।
डॉक्टर मित्तर ने कहा कि शुरू में मरीजों की संख्या 300-400 के बीच रही। सब कुछ नियंत्रण में रहा। इस बीच प्रशासनिक टीम और शहर के गणमान्य लोगों के अलावा व्यापारी वर्ग और संगठनों से चर्चा हुई। लोगों के सुझावों पर गौर किया गया। शाम सात बजे बाजार को बन्द किया करने का फैसला लिया गया। इसका परिणाम भी काफी कुछ अच्छा रहा।
दो दिन पहले देखने में आया कि मरीजों की संख्या प्रतिदिन तीन सौ की दर से बढ़ रही है। मरीजों का आकड़ा 9 सौ के पार भी गया। फिर से टीम ने मंथन किया। स्थिति पर नियंत्रण रखने लाकडाउन का फैसला लिया गया। अब महसूस किया गया कि यदि यकायक मरीजों की संख्या बढ़ती गयी तो व्यस्था पर बुरा असर पड़ेगा। इसलिए हमने समय पर लाकडाउन का फैसला लिया। लाकडाउन के लगने से एक बार फिर कोरोना संक्रमण चैन टूटेगा। हालात नियंत्रण में रहेगा। और हमने इस दौरान मेडिकल व्यवस्था को बेहतर किया है।
कलेक्टर ने बताया कि मेडिकल व्यवस्था पूरी तरह से तैयार है। निगम प्रशासन ने शहर के ऐसे स्थानों को चिन्हित कर लिया है जहां लाकडाउन के दौरान गरीब लोगो तक भोजन पानी पहुंचाया जाएगा। अधिकारी और कर्मचारी इस दौरान लोगों के सम्पर्क में रहेंगे। किसी को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। इस बार लाक़डाउन सख्त रहेगा। इसलिए हमने 72 घंटे का समय दिया है। इस दौरान लोग अपनी जरूरतों को पूरा कर लेंगे। मीडिया से व्यवस्था को लेकर डॉ. मित्तर ने और क्या कुछ कहा…आइये देखें वीडियो