VIDEOः ग्रीनपार्क काण्डः पुराना शागिर्द और जेल रिटर्न ने दिया घटना को अंजाम..टीम की सफलता पर पुलिस कप्तान ने दिया 10 हजार ईनाम.IGने भी किया 20 हजार देने का एलान

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— पुलिस ने हाईप्रोफाइल बन रहे ग्रीन पार्क लूटपाट काण्ड की गुत्थी को सुलझा लिया है। मामले में घर मालिक के दुकान में काम करने वाले पुराना शागीर्द समेत जेल रिटर्न दूसरे बदमाश को गिरफ्तार किया गया है। मामले का खुलासा आज पुलिस कप्तान ने की है। 

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                 जानकारी देते चलेें कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र के पाश कालोनी ग्रीन पार्क में दो कुछ बदमाशों ने शाम करीब सात से आठ बजे के बीच लूटपाट की घटना को अंजाम दिया। वारदात के समय घर में एक बुजुर्ग महिला थी। जबकि घर के अन्य सदस्य इधर ऊधर गए थे। घटना की जानकारी परिजनों ने कुछ देर बाद पुलिस को दी। इसके बाद शहर में सनसनी फैल गयी।

              पुलिस कप्तान प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल स्थल पर फोरेंसिक एक्सपर्ट समेत डाग स्कावयड टीम का सहारा लिया गया। इसके अलावा छानबीन की गतिविधियों को तेज की गयी। जांच पड़ताल को अंजाम देने शहर एडिश्नल एसपी और सीएसपी को टीम गठन का निर्देश दिया गया। कुल आठ टीमों का गठन कर शहर के कोने कोने में भेजा गया। साथ ही आदतन और अपराधी किस्म के बदमाशों को पकड़ने का भी निर्देश दिया गया।

             खुलासा के दौरान पुलिस कप्तान प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि इस दौरान मकान मालिक मनोहर अग्रवाल ने बताया कि उसकी रेडमेड कपड़े की दुकान करबला में है। पुलिस ने जांच पडताल के दौरान तमाम इलेक्ट्रानिक मामध्यमों का भी प्रयोग किया। लगातार दस दिनों तक आरोपियों के लूटे गए सामान की सूची तैयार की गयी। कालोनी के एक एक सीसीटीवी को खंगाला गया। साथ ही शहर के चौक चौराहों और दुकानों के सामने लगाए गए सीसीटीवी का भी सहारा लिया गया।

                खुलासा में पुलिस कप्तान ने जानकारी दी कि टीम ने 100 से अधिक चोरी और लूट के आरोपिोयं को तस्दीक किया गया। साथ ही बाहर से आने वालों पर नजर रखा गया। विवेचना के दौरान 80 से अधिक लोगों का कथन किया गया। परिवार से मिलने वालों की जानकारी ली गयी। दुकान के नौकर चाकर समेत रिश्तेदारों के बारे में बताया लगाया गया। बयान भी लिया गया।

              प्रशांत अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया कि विवेचना के दौरान परिजनों की तरफ से दी गयी सूची को बारीकी से जांच किया गया। इसी बीच कुछ संदेही नाम भी सामने आए। पुलिस टीम ने इस दौरान सभी संदेहियों पर नजर बनाकर रखा। इसी दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि रवि भोसले नाम का व्यक्ति मनोहर आडवाणी के आर.के.कलेक्शन में काम कर चुका है ।एक साल पहले काम से बाहर आया है। रवि भोसले पुराना हाईकोर्ट के पीछे अटल आवास मकान नम्बर 24 में रहता है।

                      संदेही के पीछे मुखबीर को लगाया गया। रवि भोसले से जुड़ी जानकारियों को एकत्रित किया गया। इस बीच तकनीकि साक्ष्य का भी अवलोकन किया गया। साक्ष्य पुख्ता होने पर आरोपी को घेराबन्दी के बाद पकड़ा गया। रवि भोसले को थाना लाकर पूछताछ की गयी।

             पूछताछ के दौरान रवि भोसले ने बताया कि वह आर.आर .कलेक्शन में तीन साल काम किया है। एक साल पहले ही किसी बात को लेकर उसने नौकरी छोड़ दी। काम काज के दौरान दुकान का सेठ हमेशा काम के लिए घर भेजता था। इसलिए उसके घर के एक एक सदस्यों की जानकारी के अलावा अन्य गतिविधियों से परिचित था।

                 काम छोड़ने के बाद मोहल्ले में रहने वाले दीपक यादव से उसकी नजदीकी बढ़ी। दीपक यादव कोनी आवास में इस समय रहता है। बीच बीच में उससे मिलना जुलना रहा। दीपक यादव मीनाक्षी ट्रेडर्स में काम किया करता था। चोरी के मामले में वह जेल भी जा चुका है। दीपक और उसने मिलकर ग्रीन पार्क में मनोहर सेठ के यहां चोरी का प्लान बनाया। घटना के तीन दिन पहले दोनों ने मिलकर घर की रैकी की।

             आरोपी रवि भोसले ने पूछताछ के दौरान बताया कि दीपक के साथ घटना के दिन यानि  15 दिसम्बर को साढे चार बजे चोरी करने के लिए निकले। दोनों पैदल शिव टाकीज, सीएमडी चौक, मैग्नेटोमाल,चौक, तालापारा बजरंग चौक, भारतीयन गर चौक से होते हुए ग्रीन पार्क मनोहर सेठ के घर गए। घटना को अंजाम देने से पहले दोनों गार्डन के सामने रूके। इसी बीच मकान मालिक मनोहर सेठ स्कूटी से कही के लिए निकले। इसके बाद हम दोनों घर से लगी खाली जमीन की तरफ से बाउन्ड्रीवाल पारकर घर के अन्दर दाखिल हुए।

                   रवि भोसले ने बताया कि घर की बुजुर्ग महिला पार्वती उस समय कमरे में पलंग में बैठकर मोबाइल पर बात कर रही थी। दोनों ने मिलकर  हाथ पांव पकड़ा..और पास में ही रखे तार से बांध दिया। इस दौरान महिला ने चिल्लाने की कोोशिश की। मैने उसके सिर घुंसे से हमला किया। इसके बाद महिला पलंग से नीचे गिर गयी।

                                 रवि भोसले ने पूछताछ के दौरान बताया कि महिला से सारे रकम को शरीर से उतरवाया। इसके बाद आलमारी से सोने चांदी के जेवर की चोरी की। साथ नगद 14 हजार रूपयों को लूटा। इसके बाद हम दोनों व्यापार बिहार पहुंचे। दोनों रूपयों को आधा आधा बांटा।

               बाद में पुलिस हम लोगों ने सोने चांदी के गहने बेचने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस के दबाव बढ़ने से बेच नहीं सके। इस दौरान पुलिस से बचने छिपते रहे।

आईजी ने 20 हजार एसपी ने दिया दस हजार ईनाम

                पुलिस टीम की बड़ी सफलता पर पुलिस कप्तान ने बताया कि टीम की सफलता पर टीम के सदस्यों को अपनी तरफ से 10 हजार रूपए ईनाम का एलान करता हूं। प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि आई दीपांशु काबारा ने टीम की सफलता पर ईनाम 20 हजार देने का एलान किया है।

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