..और कलेक्टर ने थमाया डीएफओ को शिकायत पत्र..कहा..टीएल में बताएं..क्या किया.. पढ़ें..सौरभ कुमार ने किसे कहा-इस पर कार्रवाई करें

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- कलेक्टर सौरभकुमार ने  मंगलवार को कर्मचारियों के साथ समय सीमा बैठक के तुरंत बाद अपने कार्यालय के सामने जनता के साथ दरबार लगाया। इस दौरान बड़ी संख्या में फरियादियों ने अपना दुखड़ा सुनाया। बीना किसी झल्लाहट के साथ इत्मीनान से कलेक्टर ने भी सभी परेशानियों को सुना। लिखित आवेदन लिया। इस दौरान कई मामलों का तत्काल निराकरण भा किया। दरबार से बाहर आने के बाद फरियादियों ने खुशी जाहिर किया कि हमें कलेक्टर ने अच्छे ना केवल सुना। बल्कि आश्वासन भी दिया कि यथासंभव सभी की समस्याओं का निदान किया जाएगा।
               बहुत कम नौकरशाहों ने कबूल किया है कि कर्मचारी जनता का नौकर होता है। जनता के टैक्स से तनख्वाह लेता है। हमें सरकार ने लोगों की समस्याओं का निराकरण करने भेजा है। इसलिए मंगलवार को जनता से मुलाकात को दर्शन कहना उचित नहीं होगा। हां इसे हम जनता की समस्याओं को यथासंभव दूर किए जाने के लिए मुलाकात जरूर कह सकते हैं। 
                     हमेशा की तरह कलेक्टर सौरभकुमार ने मंगलवार को शहर समेत दूर-दराज से पहुंचे ग्रामीणों, किसानों की समस्याओं को गौर किया। कलेक्टर ने बारी बारी से जनता से संवाद कर समस्ताओं  को ना केवल सुना बल्कि गुहार को उचित पाए जाने पर तत्काल निराकरण भी किया।
            जनता दरबार में कलेक्टर को  बेलगहना तहसील स्थित जरगा गांव  की क्षमाबाई यादव ने बताया कि पति की कोरोना से मौत हो गयी है। 15 महीने बीत गए लेकिन मुआवजा नहीं मिला है। कलेक्टर ने तत्काल एसडीएम कोटा को प्रकरण देते हुए कहा कि आवश्यक कार्रवाई  के बाद सूचित करें। इसी तरह बिलासपुर शहर वार्ड क्रमांक 39 के नागरिकों ने सामूहिक आवेदन में बताया कि पम्प हाऊस सार्वजनिक स्थल पर कब्जा कर पूर्व पार्षद के इशारे पर आम रास्ता बंद कर दिया गया है। कलेक्टर ने तत्काल नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिया और मामले को गंभीरता से लेने को कहा।
             तखतपुर तहसील के ग्राम राजपुर निवासी पोलोदास कुर्रे ने  बताया कि आपसी सहमति से भाईयों के बीच बंटवारा होने के 2 साल बाद भी  ऋण पुस्तिका नहीं मिली है। कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर करते हुए एसडीएम को तत्काल ऋण पुस्तिका सौंपने का निर्देश दिया।  एक अन्य मामले में तखतपुर तहसील के ग्राम राजपुर के लोगों ने बताया कि जल जीवन मिशन अंतर्गत गली मोहल्लों में गड्ढा खोदकर महीनों से छोड़ दिया गया है। जिसके चलते आम आदमी ही नहीं मवेशी भी दुर्घटना का  शिकार हो रहे हैं।
       शिकायत को गंभीरता से लेते हुे कलेक्टर सौरभकुमार ने ईई पीएचई को तत्काल हस्तक्षेप क  मामले का समाधान करने को कहा। साथ ही ठेकेदार के सख्त कार्रवाई का निर्देश भी दिया। एनटीपीसी सीपत निवासी अनुराधा खरे ने बताया कि आरा मिल के नामांतरण को लेकर वन विभाग  दो साल से घुमा रहा है। फिर क्या था..कलेक्टर ने तत्काल डीएफओ को शिकायत पत्र देते हुए  टीएल की बैठक में पेश करने को कहा।
          जबड़ापारा निवासी रूखमणि सोनी ने बताया कि बेटे की  नदी में डूबने से हुई मौत हो गयी है। दो साल बीत गए लेकिन अभी आर्थिक सहायता राशि नहीं मिली है। कलेक्टर ने एसडीएम बिलासपुर को मामले का तत्काल निराकरण करने के साथ समय-सीमा में रिपोर्ट पेश करने को कहा।
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