video..और कार्यक्रम में भाषण देते..मुख्यमंत्री फफक पड़े और आंखे क्यों भर आयी..और किसकी यादों में खो गए..पढ़ें मेयर ने क्या किया एलान..?

BHASKAR MISHRA
2 Min Read

बिलासपुर— बसंत शर्मा किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। वह हमेशा हमारी और आपकी यादों में रहेंगे। पथ प्रदर्शन भी करेंगे।  वह दृढ़ निश्चयी, प्रतिभावान.जुझारू और कर्मठ व्यक्तित्व के धनी इंसान थे। वह जब भी मिले या फोन पर उनसे बातचीत हुई। उन्होने अपने आप को हमेंशा बिलासपुर की परेशानियों पर अपने आप को केन्द्रित रखा। और बिलासपुर के विकास को लेकर हमेशा सजग रहे। बसंत भाई हमसे छोटा था। लेकिन बहुत आगे की सोच रखता था। वह दूरदर्शी प्रगतिशील  था।  शिक्षाविद् और मिलनसार इंसान था। लेकिन बिलासपुर और छात्र हित में कभी समझौता नही किया। कालेज पर संकट भी आया लेकिन सिद्धान्तों से समझौता नहींकिया।  हमारे बीच आज हमारा भाई नहीं रहा। लेकिन होनी और नियत के सामने कौन जीता  है। कोरोना ने हमारे साथी और भाई को हमेशा के लिए छीन लिया। यह बातें अभी आपने डीएलएस कालेज के संस्थापक और संचालक कांग्रेस नेता बसंत शर्मा के प्रथम पुण्य तिथि पर मूर्ति अनावरण कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने कही।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने भाषण के दौारान इतने भावुक हुए कि बसंत शर्मा के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते डालते फफक पड़े। और अन्त में उन्होने रूंधे गले से श्रद्धांजलि देकर माइक छोड़ दिया। और फिर अपनी कुर्सी पर बैठकर बसंत शर्मा की यादों में खोए नजर आए।

           इस दौरान बिलासपुर नगर निगम के प्रथम नागरिक रामशरण यादव ने कहा कि बसंत शर्मा और उनकी राजनीति एक साथ साल 1995 में शुरू हुई। आज से सीपत रोड चांटीडीह से डीएलस कालेज पहुंच सड़क मार्ग का नाम स्वर्गीय बसंत रोड होगा।

                  कार्यक्रम के बाद काफी भावुक नजर आ रहे सीएम ने पत्रकारों से कहा कि आज बोलने की स्थिति में नहीं हूं। निवेदन के बाद पत्रकारों के सामने एक बार फिर प्रदेश के मुखिया ने नम आखों से बसंत शर्मा को याद किया। क्या कहा आप भी सुने।

close