VIDEO-महाराणा प्रताप नगर में तोड़फोड़ अमला की बड़ी कार्रवाई..गोकने नाला पर बना मकान ध्वस्त ..बिल्डर के खिलाफ FIR की मांग

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—  निगम प्रशासन ने तिफरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित गोकने नाला की जमीन को पाटकर बनाए गए निर्माण कार्य के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। मणिशंकर पाण्डेय की शिकायत पर निगम प्रशासन ने अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की है। अभियान के दौरान बिल्डर को खासा नुकसान हुआ है। गोकने नाला पर बनायी गयी बाउन्डी समेत कालम और एक बड़े मकान को जमीदोज कर दिया गया है। निगम इंजीनियर सुरेश शर्मा ने बताया कि बिल्डर ने अपनी जमीन से तीन गुना अधिक क्षेत्र में गोगने नाला को पाटकर कब्जा किया है। तोड़फोड़ कार्रवाई के बाद गोकने नाला की पाटी गयी जमीन को सामान्य स्थिति में लाया जाएगा। 

                        तिफरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित महाराणा प्रताप नगर में निगम का तोड़फोड़ अमला ने बड़ी कार्रवाई की है। गोकने नाला की जमीन को पाटकर बनाए गए बड़े मकान को जमीदोज कर दिया गया है। इसके अलावा गोकने नाला की जमीन को पाटकर बनाए गए मैदान को खोद दिया गया है। साथ ही जगह जगह बनाए गए कालम को भी जेसीबी ने उखाड दिया है। बाउन्डीवाल को गिराया गया है। 

निर्माण कार्य को गिराय गया

                                निगम इंजीनियर सुरेश शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिनो पहले यदुनन्दननगर निवासी एक्टिविस्ट मणिशंकर पाण्डेय ने गोकने नाला की जमीन पर अतिक्रमण होने की शिकायत की थी। मौके पर निगम प्रशासन ने शिकायत को सही पाया है। बिल्डर शशि पाटनवार ने अपनी जमीन से चार गुना जमीन पर कब्जा और निर्माण किया है। गोकने नाला को पाटकर भवन भी बनाया है। इसके अलावा उसने गोकने नाला की जमीन पर बड़ा मैदान बनाकर कालम और बाउन्डीवाल तैयार किया है। आज निगम का अतिक्रमण  दस्ता मौके पहुंचा और निर्माण कार्य को ध्वस्त किया है। सुरेश शर्मा ने कहा कि जल्द ही गोकने नाला के आस पास बेजा कब्जा करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।

पटवारी और आरआई भी पहुंचे

                  आज मौके पर पटवारी और आरआई भी जमीन का रिकार्ड लेकर पहुंचे। चिन्हांकन के बाद ही कार्रवाई की गयी। एसडीएम और तहसीलदार भी मौके का निरीक्षण किया है। बिल्डर शशि पाटनवार को भी बुलाया गया था। इसके पहले नोटिस भी जारी किया गया था।

शिकायत पर हुई कार्रवाई

                शिकायतकर्ता मणिशंकर पाण्डेय ने बताया कि गोकने नाला की जमीन पर सालों से कब्जा किया जा रहा था। पहले बिल्डर को समझाने का प्रयास किया गया। अन्त में स्थानीय लोगों के साथ निगम में शिकायत की गयी। आरोप सही पाए जाने पर निगम अमले ने आज शिकायत की है।

रिकार्ड सभी दुरूस्त

               बिल्डर शशि पाटनवार ने बताया कि निगम प्रशासन को गलतफहमी हुई है। कार्रवाई के पूर्व उन्हें कोई नोटिस भी नहीं दिया गया। ना ही तोड़फोड़ अभियान की जानकारी ही दी गयी है। उसका बहुत नुकसान हुआ है। जबकि पटवारी की रिपोर्ट और जमीन की पहचान के बाद ही निर्माण कार्य किया गया है। मैं कोर्ट के शरण में जाउंगा।

एफआईआर की मांग

                  तोड़फोड़ के दौरान बिल्डर ने अभियान का विरोध किया। खासकर मकान तोड़े जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की। बावजूद इसके निगम की कार्रवाई हुई। इस दौरान नाराज बिल्डर ने मणिशंकर पाण्डेय समेत अन्य शिकायत कर्ताओं के साथ गाली गलौज की। मामले की शिकायत लोगों ने सिरगिट्टी थाने में की है। बताया जा रहा है कि बिल्डर को बुलाकर पूछताछ की जाएगी। इसके बाद ही एफआईआर दर्ज किया जाएगा।

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