VIDEO-75 लाख रूपयों की ठगी..हाईकोर्ट में नौकरी लगाने के नाम पर दो दर्जन से अधिक लोग ठगी का शिकार..सरगना समेत दो आरोपी गिरफ्तार

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- उच्चन्यायालय में-नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। बिलासपुर पुलिस की त्वरित कार्यवाही से 24 घण्टे के भीतर 500 किलोमीटर की दूरी तय कर पुलिस ने आरोपियों की घेराबंदी कर गिरफ्तार किया है।मामले का खुलासा करते हुए एडिश्नल एसपी उमेश कश्यप ने बताया कि दोनों ठगों ने प्रदेश के करीब 20 से अधिक व्यक्तियो को 70 से 75 लाख से अधिक की रकम की ठगी की है।
 
                     दो ठगों ने मिलकर उच्च न्यायालय में नौकरी लगाने के नाम पर करीब दो दर्जन लोगों को 70 से 75 लाख रूपयों का चपत लगाया है। मामले में खुलासा करते हुए एडिश्नल एसपी उमेश कश्यप ने बताया कि प्रार्थी राजा खाण्डे और  12 अन्य लोगो ने थाना सकरी में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि यशवंत सोनवानी नामक व्यक्ति खुद को स्पेशल ब्राच का इन्सपेक्टर बताकर उच्च न्यायालय में नौकरी लगाने का झांसा दिया है। साथ ही लोगों से लाखों रूपयों की ठगी की है।
 
             एडिश्नल ने शिकायत के आधार पर पत्रकारों को बताया कि छत्तीसगढ हाईकोर्ट बिलासपुर में सहायक ग्रेड 2 और 3 आफिस बाबू पद की भर्ती निकली है। सभी प्रार्थियों से आरोपियों ने अंकसुची, फोटो, आधार कार्ड लेकर लगभग 70 से 75 लाख रूपये की धोखाधडी की है। उन्हे उच्च न्यायालय के तरफ से फर्जी नियुक्ति आदेश पत्र भी दिया गया है। 
 
विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज
 
           प्रार्थियों की शिकायत पर पुलिस ने यशवंत सोनवानी और अन्य के खिलाफ थाना सकरी में. आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 120 बी  के तहत अपराध दर्ज किया गया। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक झा के संज्ञान में लाया गया। 
 
            मामले में जांच और धरपकड़े के लिए पुलिस कप्तान टीम का गठन करने का आदेश दिया। सायबर सेल से निरीक्षक कलीम खान और उनकी टीम का सहारा लिया गया। अलग अलग टीम बनाकर क्षेत्रो में आरोपी की पतासाजी शुरू हुई। इस बीच आरोपी यशवंत सोनवानी के संबंध में सायबर सेल की एक टीम को तकनीकी जानकारी प्राप्त हुई। पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी राजनांदगांव जिले के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित ममता नगर में है।
 
राजनांदगांव में पकड़ाया आरोपी
 
               उमेश कश्यप ने बताया कि जानकारी के बाद एक टीम राजनांदगांव रवाना किया गया।  मुख्य आरोपी यशवंत सोनवानी को घेराबंदी कर पकडा गया। आरोपी यशवंत सोनवानी की निशान देही पर साथी आरोपी आशुतोष मिरी को उसके निवास स्थान चुचुहियापारा से गिरफ्तार किया गया। 
         आरोपीगणो का अलग अलग पूछताछ की गयी। यशवंत सोनवानी ने बताया गया कि उसने हाईकोर्ट वेबसाईट में जाकर सर्च किया। इसी दौरान जानकारी मिली कि छत्तीसगढ हाईकोर्ट बिलासपुर में सहायक ग्रेड 2 और  3 आफिस बाबू पद हेतु भर्ती निकली है। भर्ती केंसिल हो गयी थी । भर्ती की विज्ञप्ति हाईकोर्ट वेबसाईट से डाॅउनलोड कर प्रिंट करने के बाद भर्ती कराने के नाम पर लोगो से पैसा कमाने की योजना बनाया।  और दोस्त आशुतोष मिरी को भी अपने साथ ठगी में आमिल किया। ॉ
 
निकाला प्रिंट
    
             सोनवानी ने बताया कि सबसे पहले हाईकोर्ट छत्तीसगढ बिलासपुर के वेबसाईट से  आदेश की काॅपी अपने लैपटाॅप प्रिंटर से प्रिंट किया। इसके बाद रामा लाईफ सिटी सकरी में गार्ड, ईलेक्ट्रीश्यन की नौकरी करने वाले राजा खाण्डे और अजय खाण्डे को निशाने पर लिया। हाईकोर्ट बिलासपुर में पुलिस सब इन्सपेक्टर के पद पर कार्यरत हुॅ बताकर फर्जी आई. कार्ड दिखाकर उन्हे हाईकोर्ट में सहायक ग्रेड 2 और 3 आफिस बाबू में भर्ती कराने का झांसा  दिया। दोनों से ढाई लाख रूपये नगदी और फोन-पे, अकांउट पे के माध्यम से राशि लिया।
 
75 लाख रूपयोंकी ठगी
 
                  इसी तरह अजय लहरे से 2 लाख, भुपेन्द्र जांगडे से 2 लाख, मुकेश कश्यप से 1 लाख 20 हजार, युवराज बघेल से 4 लाख 90 हजार सलील भास्कर से 2 लाख 60 हजार, अमरदास कुर्रे से 30 हजार, सुर्या सोनवानी से 2 लाख 50 हजार, कृत कुमार खाण्डे, इन्द्र खाण्डे, विकास सोनवानी से 9 लाख, विजेन्द्र साहू से 3 लाख, लक्ष्मीनारायण साहू से 3 लाख, हिमांशु सोनवानी से 3 लाख 50 हजार, दिलेश्वर भारद्वाज से 3 लाख, दिलहरण बंजारे से 3 लाख 50 हजार, विजय कौशिक से 6 लाख 50 हजार, आशीष राजपूत से 4 लाख 50 हजार, राकेश से 1 लाख 50 हजार, जोस्वा जाॅन से 6 लाख 80 हजार, जुलियट दास व अमन सिंह से 10 लाख, विपीन से 2 लाख 70 हजार रूपये लिया। उक्त सभी लोगो को छत्तीसगढ हाईकोर्ट बिलासपुर में नौकरी लगाने के नाम पर झांसा देकर धोखाधडी किया। उसने कुल रकम 70 से 75 लाख रूपए ठगी से हासिल किया।
 
फर्जी नियुक्ति आदेश
 
              यशवंत ने बताया कि छत्तीसगढ हाईकोर्ट बिलासपुर के वेबसाईट में जाकर अपने लैपटाॅप व मोबाईल फोन मे छत्तीसगढ हाईकोर्ट का नियुक्ति आदेश का पी.डी.एफ. डाॅउनलोड कर पी.डी.एफ. को वर्ड फाईल में कन्वर्ट कर एडिट कर नाम बदल कर सभी को अलग अलग छत्तीसगढ हाईकोर्ट बिलासपुर का फर्जी नियुक्ति आदेश दिया। फर्जी सील तैयार कर उच्च न्यायालय के अधिकारियों के आदेश का हस्ताक्षर स्कैन किया। अपने हेण्डराईटिंग से नियुक्ति पत्र तैयार कर फर्जी सील लगाकर सभी को भेजा।  लोगो का नौकरी ज्वाईन नही हुआ तो सभी पैसे की मांगने लगे ।  परेशान होकर उसने मोबाईल बंद कर बिलासपुर से  भागकर  इधर-उधर लूक-छिप रहा था।
 
रजिस्ट्राक का नकली दस्तावेज
 
               आरोपी ने बताया कि उच्च न्यायालय के कार्मिक अधिकारी का एक फर्जी मुहर और फर्जी सील भी तैयार किया था। न्यायालय और तत्कालिक रजिस्ट्रार जनरल के नाम का हस्ताक्षर से तैयार नियुक्ति पत्र को स्कैन कर अपने घर पर रखा है। पुलिस ने पूछताछ के बाद यशवंत सोनवानी से फर्जी तरिके से तैयार नियुक्ति आदेश पत्र, दस्तावेज, फर्जी परिचय पत्र, नकली सील मूहर, दस्तावेज तैयार हेतु लैपटाॅप, मोबाईल नगदी रकम लगभग 15 लाख रूपये बरामद किया है।
 
         इसके अलावा आरोपी आशुतोष मिरी से 55 हजार रूपये नगद बरामद हुआ है। आरोपी पीडित लोगो को हाईकोर्ट के बाहर ले जाकर मौके पर मौजूद आशुतोष मिरी को हाईकोर्ट का बाबू बताकर पहचान कराते थे। आरोपी आशुतोष मिरी उन्हे उच्च न्यायालय के बाहर मिलाता था। लोगों को बाहर रोकर फर्जी नियुक्ति आदेश पत्र लाकर देता था। 
 
मीडिया का लिया सहारा
 
            एडिश्नल एसपी ने बताया कि आरोपी यशवंत सोनवानी इस दौरान सोशल मिडिया का भरपुर उपयोग किया। विभिन्न पुलिस एऔर प्रशासनिक अधिकारियों से पहचान बताकर उन्हें फोटो दिखाकर प्रभावित करता था।  इस दौरान आरोपी ने एक उप निरीक्षक रैंक की वर्दी पर एक फर्जी परिचय पत्र भी तैयार किया था । कई लोगो को उच्च न्यायालय का सुरक्षा अधिकारी का रौब भी दिखाता था। आरोपी  पअने काॅन्टेक्ट लिस्ट में  दोस्तो का नाम कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर, मजिस्ट्रेट के नाम से दर्ज कर रखा है। इसका फायदा  पीड़ित लोगो को दिखाकर उठाता था।
 
पकड़े गए ठगों के नाम
 
पकड़े गए दोनों आरोपियों के नाम यशवंत सोनवानी पिता संतोष सेानवानी उम्र 23 साल निवासी थाना बलौदा जिला जांजगीर-चाम्पा । वर्तमान पता रामा लाईफ सिटी मकान नम्बर डी-57 थाना सकरी। आशुतोष मिरी उर्फ सोनू पिता संतोष मिरी उम्र 22 वर्ष सा. गणेश नगर चुचुहियापारा थाना सिरगिट्टी जिला बिलासपुर।
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