बिलासपुर— पिछले कुछ दिनों से दीपिका ओपन खदान का वीडियो जमकर देखा और वायरल किया जा रहा है। कोरबा से रायपुर और दिल्ली तक वीडियो की इन दिनो चर्चा है। मामले को राज्य शासन ने गंभीरता से लिया। कलेक्टर कोरबा को जरूरी निर्देश दिया। शासन के निर्देश मिलते ही कलेक्टर रानून साहू कोयला खदान पहुंची। इस दौरान उन्होनो एसईसीएल प्रबंधन के साथ सीआरपीएफ को भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उचित कदम उठाने को कहा।
शासन से निर्देश के बाद कलेक्टर रानू साहू तत्काल मौके पर पहुंची। खबर मिलते ही एसईसीएल प्रबंधन और सीआईएसएफ के अधिकारी भी मौके पर पहुच गए। कलेक्टर ने खदानों का निरीक्षण किया। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं पाए जाने पर नाराजगी जाहिर कर अवैध इंट्री-एग्जिट पॉइंट्स का मुआयना किया।
कलेक्टर रानू ने एसईसीएल और सीआईएसएफ के अधिकारियों से खदानों में होने वाले अवैध कोयला चोरी पर लगाम लगाने को कहा। खदान क्षेत्र के नरईबोध, भठोरा, रलिया और अमगांव में विभिन्न एन्ट्री और एग्जिट पॉइन्टस को भी तत्काल बन्द करने को कहा।
सीजी वाल से कलेक्टर रानू साहू ने बताया कि निरीक्षण के दौरान पाया गया कि एसईसीएल की तरफ से खदानों की सुरक्षा को ळेकर लापरवाही हुई है। कोयला चोरी रोकने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था और घेराबंदी नही किया जाना पाया गया है। प्राथमिक तौर पर एसईसीएल और सीआईएसएफ की लापरवाही है। एसईसीएल को निर्देश दिया गया है कि खदान के चारो तरफ ट्रेचिंग कराए। कटीले तारों से घेरकर कोयला सम्पत्ति की सुरक्षा करें। कलेक्टर ने एसईसीएल और सीआईएसएफ के अधिकारियों को दो टूक कहा कि जल्द से कोयला का अवैध पर रोक लगाने रास्तों पर जेसीबी से गड्ठा कराए।
एसईसीएळ की व्यवस्था से नाराज कलेक्टर रानू साहू ने तत्काल अधिकारियोंस से कहकर जेसीबी भी मंगवाया। और ट्रेंचिंग का काम शुरू करवाया। निर्देश भी दिया कि यदि अवैध परिवहन पर रोक नहीं लगा तो उचित लेकिन सख्त कदम उठाया जाएगा।