VUDEO-पुलिस कप्तान ने बताया..शिकायत और फुटेज देखने के बाद पंकज पर FIR दर्ज..दबाव से किया इंकार..कहा-मामला खादी- खाकी का नहीं

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— पुलिस कप्तान दीपक कुमार झा ने कहा कि पुलिस किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं है। प्रार्थी की शिकायत और फुटेज देखने के बाद पंकज सिंह  के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। विवेचना के बाद दोषी पाए जाने पर गिरफ्तारी की कार्रवाई होगी। जरूरत पड़ने पर धाराएं भी बढ़ायी जाँएगी। यह बातें बिलासपुर पुलिस कप्तान ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।

              पुलिस कप्तान ने बताया घटना 18 सितम्बर की रात्रि की है। दूसरे दिन सिम्स में पदस्थ रेडियोकर्मी तुलाचन्द ताण्डे ने सिटी कोतवली में पंकज सिंह के खिलाफ सिटी कोतवाली थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया।  अपनी शिकायत में प्रार्थी ने बताया कि एक व्यक्ति 18 सितम्बर की रात्रि में मरीज को लेकर आया। इसके बाद उन्होने फोन कर पंकज सिंह को बुलाया। पंकज सिंह को बताया कि एक्सरे मशीन खराब हो गयी है। इतना सुनते ही पंकज सिंह उसे धकेला..कालर फट गया। मारा पीटा भी।

           सवाल जवाब के दौरान पुलिस ने कहा कि शिकायत के बाद पुलिस ने सिम्स पहुंचकर फुटेज को खंगाला। शिकायत को सही पाया गया। इसके बाद पंकज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया गया।विवेचना कार्रवाई होगी..यदि शिकायत को सही पाया जाता है तो पंकज सिंह को गिरफ्तार किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो धाराएं भी बढ़ायी जाँएगी।

              दीपक कुमार झा ने एक सवाल के जवाब में बताया कि पुलिस किसी प्रकार के दबाव में नहीं है। विधायक और पंकज सिंह सिटी कोतवाली जानकारी मांगने आए थे कि उनके खिलाफ किस आधार पर एफआईआर दर्ज किया गया है। विधायक को बताया कि फुटेज के आधार पर शिकायत सही है। अग्रिम कार्रवाई के पहले विवेचना किया जाएगा। 

                              एक सवाल के जवाब में पुलिस कप्तान ने जानकारी दी कि प्राथमिकी जांच के बाद पंकज के खिलाफ आईपीसी की धारा 186 के तहत शासकीय कार्य में बाधा का अपराध दर्ज किया गया। आईपीसी की धारा 353 के अलावा छत्तीसगढ चिकित्सा सेवक और हिंसा से रोकधाम अधिनियम के तहत अपराध दर्ज हुआ है।

                 सवाल जवाब के दौरान पुलिस कप्तान ने बताया कि पत्रकारों को निशाना बनाकर किसी को भी पुलिस प्रशासन ने वीडियोग्राफी नहीं करने को कहा है। यदि ऐसा किया गया तो पूरी तरह से गलत है। मामले को हम गंभीरता से लेते हैं। फिर भी बताना जरूरी है कि पत्रकारों के खिलाफ वीडियोग्राफी का प्रशासन ने बिलकुल आदेश नहीं दिया है।

                  मामला क्या खाकी और खादी का बन गया है। एसपी ने कहा बिलकुल नहीं..खादी और खाकी का सवाल नही है। शिकायत और अपराध का मामला है। विवेचना कार्रवाई के बाद आगामी कदम उठाया जाएगा।                     

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