बिलासपुर— ब्राम्हण समुदाय समेत अन्य समाज की महिलाओं ने आज काले परिधान में कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर जमकर विरोध जाहिर किया। महिलाओं ने कहा..अब बहुत हुआ। बर्दास्त की एक हद होती है। इस हद को तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री के पिता नन्दकुमार बघेल ने मजबूर किया है। अब ब्राम्हण समाज जातिसूचक गालियों को बर्दास्त नहीं करेगा। महिलाओं ने बताया कि हमने काले कपड़े में अपने अपमान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।यदि सीएम के पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं किया जाता है तो ब्राम्हण ठाकुर वैश्य समाज के लोग एकजुट होकर जंगी प्रदर्शन करेंगे।
महिलाओं ने कहा कि जबसे कांग्रेस सरकार आयी है…वर्ग संघर्ष बढ़ गया है। धैर्य की भी इन्तहां होती है। नन्दकुमार बघेल की गाली अब किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं की जाएगी। महिलाओं ने कहा कि सीएम को बताना होगा कि आखिर उनके पिता को किसी हैसीयत से सरकारी मान सम्मान दिया जा रहा है।
ब्राम्हणों ने हमेशा समाज के लिए सुख की कामना की है। कभी भी वह अपने हितों को लेकर स्वर्थाी नहीं रहा। लेकिन देखने में आया है कि जब किसी का मन बना ब्राम्हणों को गाली देना शुरू कर देता है। हमारी मांग है कि नाटक खत्म करते हुए नन्दकुमार बघेल के खिलाफ अपराध दर्ज किया जाए। महिलाओं ने जोर देकर कहा और नारा भी लगाया कि जब जब ब्राम्हण बोला है..राजसिंहासन डोला है। सरकार को समय रहते इस बात को समझ लेना ही बेहतर होगा।