VIDEO-सहकारी बैंक खाता से चोरी का सच आया सामने..महिलाकर्मी ने किया खेल..पुलिस जांच में खुलासा,फिर भी नहीं हो रही गिरफ्तारी

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—करीब दो साल पहले जिला सहकारी केन्द्रित मर्यादित बैंक में किसानों के अलग अलग खाते से किसी ने करीब 8 लाख रूपये पार कर दिया। जानकारी के बाद तत्कालीन सीईओ ने जांच का आदेश दिया। साथ ही आठ कर्मचारियों को निलबित भी किया। किसानों ने मामले में सिविल लाइन पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराया। काफी पूछताछ और जांच परख के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि किसानों के खाते से बैंक की ही महिला कर्मी ने अलग अलग एटीएम और खातों से करीब 8  लाख रूपयों का आहरण किया । इसमें कुदुदण्ड निवासी एक व्यक्ति भी शामिल है। जांच के बाद पुलिस आरोपी को पकड़ने दो बार बैंक भी गयी..सूत्रों की माने तो सफेदफोश के दबाव में दोनो बार पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा है। बहरहाल निलंबित अन्य सात बैंक कर्मियों में गहरा आक्रोश है। कुछ निलंबित बैंक कर्मियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर बैंक या कलेक्टर कार्यालय के सामने आत्मदाह की चेतावनी दी है।

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अब तक नहीं हुई गिरफ्तारी

                जिला सहकारी बैंक में करीब दो साल पहले पांच किसानों के खाते से किसी ने 11 लाख रूपये निकाल लिए। इस बात की भनक तक किसानों को हुई। जब किसान रूपये निकालने बैंक पहुंचे तो उन्हें जानकारी मिली कि खाते में रूपए नहीं है। शिकायत के बाद बैंक प्रबंधन ने बताया कि किसानों के खाते से एटीएम के जरिए रूपया निकाला गया है। इतना सुनते ही किसानों ने बताया कि उन्हें ना तो एटीएम प्रयोग करने आता है। और ना ही बैंक से एटीएम कार्ड दिया ही गया है। इसके बाद बैंक प्रबंधन ने जांच टीम का गठन करने के साथ आठ कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। किसानो ने मामले में एक शिकायत सिविल लाइन थाने में भी किया।

आरोपी को बचाने जी तोड़ मेहनत

                     दो साल बीतने के बाद भी आज सभी आठो निलंबित बैंककर्मी घर में बैठे हैं। लेकिन अभी तक ना तो आरोपी को ही पकड़ा गया है। और ना ही पुलिस किसी को दोषी ही बता रही है। जबकि पुलिस जांच मेें सब कुछ खुलासा हो चुका है।

                    निलंबित बैंक कर्मियों में से कुछ ने बताया कि घटना के बाद मान सम्मान को भारी ठेस पहुंची है। पुलिस के सामने कई बार जांच पड़ताल से गुजरना पड़ा। दोषी की पहचान भी हो चुकी है। बावजूद इसके अभी तक दोषी महिला  कर्मचारी पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। शायद आरोपी महिला को कोई बचा रहा है।

एटीएम काण्ड में दो आरोपियों की पहचान

                 जानकारी देते चलें कि सिविल लाइन थाना में रिपोर्ट के बाद पुलिस की टीम् ने जांच को अजाम दिया। लगातार पूछताछ और साइबर प्रमाण के बाद पुलिस ने आरोपी को पहचान लिया है। लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।

                          सूत्र और दस्तावेजों के अनुसार पांच किसानों के खाते से बैंक की महिला कर्मी और कुदुदण्ड निवासी एक युवक ने लाखों रूपयों की चोरी को अंजाम दिया है। पुलिस ने एटीम से रूपये निकालने वाले युवक और महिला कर्मी की पहचान कर लिया है। जांच रिपोर्ट को तत्कालीन पुलिस कप्तान के सामने रखा गया। लेकिन किन्ही कारणों से गिरफ्तारी को अंजाम नही दिया जा सका।

दो बार खाली हाथ लौटी पुलिस

                  इस दौरान पुलिस भी दो बार जिला सहकारी बैंक गयी। लेकिन हर बार पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। जानकारी मिल रही है कि आरोपी महिला को कुछ सफेदफोश का वरदहस्त है। इसके कारण पुलिस के हाथ बंधे है।

                             यद्यपि मामले में पुलिस कप्तान पारूल माथुर से सवाल किया गया। उन्होने मामले में अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। यद्यपि उन्होने इसके बाद मसले को समझने का प्रयास किया। बावजूद इसके आरोपी महिला को अभी तक हिरासत में नहीं लिया गया गया।

डीजीपी,आईजी,एसपी से गुहार

                                             वहीं आरोप में निलंबित बैंक कर्मियों ने बताया कि हम सभी ने दो बार डीजीपी, तीन बार आईजी और तीन बार पुलिस कप्तान को न्याय के लिए आवेदन किया है। लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है। जानकर दुख हुआ कि  पुलिस कप्तान को इस बारे में किसी प्रकार की जानकारी नहीं है। जबकि हमने व्यक्तिगत रूप से भी संम्पर्क कर वस्तुस्थिति के बारे में बताया है। इससे जाहिर होता है कि पुलिस पर नेताओं का दबाव है।

आत्मदाह की धमकी

              बावजूद इसके यदि उन्हें न्याय नहीं मिलता है तो सहकारी बैंक या कलेक्टर कार्यालय के सामने भूख हड़ताल करेंगे। या फिर परिवार के साथ आत्मदाह करेंगे। इसके लिए सीधे तौर पर बैंक प्रबंधन और पुलिस प्रशासन जिम्मेदार होगा।

वीडियो से सच आया सामने

      सूत्रों के अनुसार पुलिस के सामने पेश किए दस्तावेज और वीडियो से आरोपी का सच सामने आ चुका है। महिला बैंक कर्मी ने ही एटीएम काण्ड को अंजाम दिया है। वीडियो में आसानी से देखा जा सकता है कि महिला बैंक कर्मी दो कम्प्यूटर के साथ किस तरह छेड़छाड़ कर रही है। इसके बाद ही उसके साथी ही बैंक एटीएम से 11 लाख रूपयों का आहरण किया है।

 पुलिस कार्रवाई के लिए स्वतंत्र

             जिला सहकारी बैंक के चैयरमैन प्रमोद नायक ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस स्वतंत्र है। पुलिस पर कार्रवाई को लेकर किसी प्रकार का दबाव नहीं है। हमने पुलिस प्रशासन से अवगत भी करा दिया है। शासन को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी आरोपी को किसी सूरत में गिरफ्तार किया जाए।

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