videoः यह क्या..पठान फिल्म का बिना विरोध किए..नाराज होकर अपने धाम लौटे बजरंगी..जमकर हुआ बवाल..पढ़ें खबर

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–करोड़ों की जमीन हड़पने का एक नया लेकिन नायाब मामला सामने आया है। जानकारी के बाद पठान फिल्म का विरोध करने पहुंचे बजरंगियों ने अपने ही नेता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। मामले की जानकारी पुलिस के रास्ते नायब तहसीलदार तक पहुंची। खबर मिलते ही प्रशासनिक अमला भी मौके पर पहुंच गया। पठान फिल्म का विरोध के बहाने जमीन पर कब्जा की नीयत की जानकारी के बाद बजरंगी अपने ही नेता पर फायर हो गए। पुलिस को बीच बचाव करना पड़ा। मामले में भाजपा नेता दुर्गेश पाण्डेय ने कहा कि बजरंग दल को पठान फिल्म का विरोध करने बुलाया गया था। हम किसी जमीन विवाद का हिस्सा नहीं बनेंगे। संभव हो कि जमीन ललित का हो..लेकिन हम पठान फिल्म का विरोध करने आए है। पंडों की तरह जमीन हड़पने नहीं। इसके बाद सभी बजरंगी फिल्म का विरोध किए बिना ही अपने धाम लौट गए।

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शुक्रवार को दोपहर ठीक साढे़ 12 बजे ललित की अगुवाई में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बजरंग दल के नेता मैग्नेटो मॉल में पठान फिल्म का विरोध करने पहुंचे। इसके पहले सभी नेता वैशाली नगर के सामने ठीक रायल फिल्ड के बगल की खाली जमीन पर सभा का आयोजन किया। इस दौरान हिन्दू परिषद के नेता ललित ने उपस्थित बजरंगियों को संबोधित किया। धीरे धीरे पठान फिल्म विरोध को लेकर सैकड़ों की संख्या में बजरंगी आमसभा में पहुंचते रहे। करीब एक घंटा बाद सभी बजरंगियों ने मैग्नेटो पीवीआर की तरफ रवाना होने को कहा।

इसी दौरान पठान फिल्म विरोध की अगुवाई कर रहे ललित ने कहा कि कुछ देर और इंतजार किया जाए। इस दौरान सभी लोग मिलकर श्रमदान करें..और रामधुन के साथ सत्संग भी करें। बजरंगियों ने करीब एक घंटा ऐसा ही किया। इसी बीच बजरंगियों ने देखा कि मोल्डेड शीट,सीमेन्ट और ईंटा से भरकर दो ट्रक आमसभा स्थल पहुंचा। ट्रकों का सामान उतारा जाने लगा। मामले को समझते देर नहीं लगी। और फिर बजरंगियों ने विरोध करना शुरू कर दिया। ललित और बजरंगियों के बीच जमकर बहस होने लगी। बातचीत के दौरान भाजपा नेता दुर्गेश पाण्डेय ने बताया कि हमें पठान फिल्म के लिए बुलाया गया। लेकिन आमसभा के दौरान जानकारी मिली कि ललित ने विरोध के बहाने जमीन पर कब्जा करने बुलाया है। जबकि उन्हें पता है कि इस प्रकार की गतिविधियों से बजरंग दल का कोई नाता नहीं है। इस बात को लेकर जमकर बहस हुई। बात तू-तू,मै-मैं तक पहुंच गयी। मौके पर मौजूद पुलिस ने बीच बचाव कर बहस को किसी तरह शांत कराया। खबर मिलते ही तहसील प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया। नायब तहसीलदार राहुल शर्मा ने भी दोनो पक्षों को जरूरी निर्देश दिया।

आखिर क्या है मामला…

नायब तहसीलदार राहुल शर्मा ने बताया जूना बिलासपुर हल्का खसरा  नम्बर 730 और 732 का सीमांकन मामला। दोनो पक्षों का अपना अलग अलग दावा है। मामला अभी कोर्ट में है। इसलिए इस पर कुछ कहा जाना उचित नहीं होगा। बताया जा रहा है कि  बजरंग दल के लोग फिल्म का विरोध करने आए थे। लेकिन इसी बीच  जानकारी मिली कि जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। दोनो पक्षों को समझाकर लौटा दिया गया है।

किसकी है जमीन

जानकारी के अनुसार जिस जमीन पर कब्जा का प्रयास किया गया…दरअसल जमीन आबकारी विभाग से रिटायर्ड अधिकारी मिस्टर वर्मा की है। वर्मा विद्यानगर में रहते है। उनके बेटों का नाम आदित्य, आलोक और अमित वर्मा है। चूंकि जमीन बहुत दिनों से खाली है। इसी दौरान जमीन की स्थिति को लेकर विवाद हो गया। मामला तहसील कोर्ट तक पहुंचा। जिस पर अभी सुनवाई चल रही है।

कब्जा का प्रयास

वर्मा परिवार की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार जमीन पर बलात कब्जा का प्रयास किया गया। शुक्र है कि बजरंगियों ने ही इसका विरोध किया। वर्मा पुलिस और प्रशासन देखती रह जाती और जमीन पर कब्जा हो जाता है। बहरहाल जमीन कब्जा किए जाने के नायाब तरीका को लेकर शहर में जमकर चर्चा है।

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