लखनऊ।विकास दुबे एनकाउंटर मामले में एसआईटी की गठन किया गया है। अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में गठित इस एसआईटी में एडीजी हरिराम शर्मा तथा डीआईजी जे. रवीन्द्र गौड़ को सदस्य नामित किया गया है। 31 जुलाई को इस मामले के जांच की रिपोर्ट सौंपनी होगी।वहीं, एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे की संपत्ति की जांच ईडी करेगी। ईडी इस जांच के दौरान विकास दुबे और उसके सहयोगियों की चल-अचल संपत्ति के बारे में पता करेगी। साथ ही यह भी पता करेगी कि कौन से फाइनेंसर थे जो विकास दुबे और उसके गैंग को आर्थिक तौर पर मजबूत कर रहे थे।CGWALL NEWS के व्हाट्सएप ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद पुलिस लगातार उसके साथियों की तलाश कर रही है। इसी कड़ी में मुंबई एटीएस की जुहू यूनिट ने विकास दुबे के खास रामविलास त्रिवेदी उर्फ अरविंद और उसके ड्राइवर सोनू तिवारी को गिरफ्तार किया है। महाराष्ट्र एटीएस का कहना है कि 11 जुलाई को सूचना मिली थी कि कानपुर एनकाउंटर का एक आरोपी थाणे में छिपा हुआ है। एटीएस ने जाल बिछाया और इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
आपको बता दें के इस एनकाउंटर को लेकर पुलिस ने जो थ्योरी दी है उसके मुताबिक ‘पुलिस और एसटीएफ की टीम उसे लेकर कानपुर आ रहे थे कि भौंती के निकट पुलिस का वाहन पलट गया। इस बीच विकास एक घायल जवान की पिस्टल लेकर भागा। पुलिस ने उसे आत्मसमर्पण करने को कहा लेकिन उसे नजरअंदाज करते हुए उसने पुलिस बल पर गोली चलाई जिससे चार स्थानीय पुलिस के जवान और दो एसटीएफ के जवान घायल हो गये। जवाबी कार्रवाई में विकास गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।’