नारायणपुर।बीते दिनों अबूझमाड़ के आकाबेड़ा गांव के ग्रामीणों द्वारा रैली निकालकर माड़ में खुल रहे नए पुलिस कैंप का विरोध किया गया।तोके ,कस्तूरमेटा, नीलांगुर, कलमनार, आकाबेड़ा,घमंड, नेडनार पंचायत के सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों के द्वारा आका बेड़ा पुलिस कैंप के सामने साप्ताहिक बाजार में रैली निकाली गई उसके बाद पुलिस अधिकारियों के सामने अपनी बात रखी गई।रैली का नेतृत्व महिलाओं ने किय।अबूझमाड़ के ग्रामीणों द्वारा ओरछा ब्लॉक के सरपंच और सचिव की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि सरपंच और सचिव का चेहरा तक नहीं देखे हैं। पंचायत के कार्यों के लिए नारायणपुर जाना पड़ता है।जिससे ग्रामीणों ने कहा कि गांव के विकास पर लाखों रुपए की बंदरबांट की जा रही है। सरपंच और सचिव नारायणपुर में रहकर अबूझमाड़ के पंचायतों का कार्य निपटा रहे हैं।सीजीवाल के व्हाट्सएप न्यूज़ ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक कीजिए
सालों से मुख्यालय नहीं आने वाले सरपंच एवं सचिवों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग ग्रामीणों के द्वारा की गई। पदम कोट में समस्या होने की बात कहते ग्रामीणों ने कहा कि हैंडपंप से लाल पानी निकल रहा है। जिसकी वजह से लोग नाले का पानी पी रहे हैं।
ग्रामीणों के द्वारा सुरक्षा बलों को माड़ में नक्सल उन्मूलन के नाम पर गश्त बंद करने की मांग भी की गयी। ग्रामीणों का कहना है कि कोरोनावायरस संक्रमण फोर्स के जवानों में ज्यादा फैला है।गश्ती के दौरान जवान खाने-पीने की सामग्री लेकर जंगल आते हैं। जो सामग्री बढ़ जाती है ।उसे रास्तों में बच्चों और ग्रामीणों को दे देते हैं। जिससे गांवों में वायरस के संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ा है।