बिलासपुर— प्रदेश के अन्य नई तहसीलों के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आनलाइन सीपत तहसील का उद्घाटन किया। इस दौरान सीएम सीपतवासियों को शुभकामनाएं दी। उन्होने कहा कि सीपत तहसील बन जाने से अब जनता की परेशानियां कम होंगी। मौके पर मौजूद मस्तूरी एसडीएम पंकज डाहिरे ने उपस्थित लोगों को बताया कि अब सीपत मे भी सप्ताह में एक दिन कोर्ट लगाएंगे। लोगों को अब अपनी परेशानियों को लेकर मस्तूरी दौड़ने की कोई जरूरत नहीं है।
प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने बुधवार को वर्चुअल माध्यम से सीपत तहसील का शुभारंभ किया। इसी के साथ सीपत वासियों की पुरानी मांग को मुख्यमंत्री पूरा किया। सीपत तहसील की घोषणा के साथ क्षेत्र वासियों ने जमकर जश्न मनाया। साथ ही मुख्यमंत्री के प्रति आभार भी जाहिर किया।
मौके पर मौजूद क्षेत्र के लोगों ने बताया कि 53 गांवों के लोगो को तहसील संबंधित कार्यों के लिए मस्तूरी का चक्कर लगाना पड़ता था। अब सीपत में ही पूर्ण तहसील कार्यालय होने से क्षेत्र काम काज में आसानी होगी।
जानकारी देते चलें कि कि सीपत को पूर्ण तहसील का दर्जा के लिए स्थानीय लोगों ने लम्बे समय तक संघर्ष किया। इस दौरान कई बार सर्वदलीय आंदोलन भी किया गया। तहसील कार्यालय के शुभारंभ पर मस्तूरी एसडीएम पंकज डाहीरे,तहसीलदार शशिभूषण सोनी, काँग्रेस नेता दुबे सिंह कश्यप,जिला पंचायत प्रतिनिधि दिलेन्द्र कौशिल,जनपद सदस्य मेघा सुनील भोई,प्रमोद जायसवाल,अरविंद लहरिया,वीरेंद्र शर्मा,वीरेंद्र लैहर्षण,बनियाडीह सरपंच महेंद्र कश्यप,नवागांव सरपंच बेदराम टेंगवर,दिलीप वर्मा,राजू सहित बड़ी संख्या में वकील के अलावा क्षेत्र वासी मौजूद थे।
सप्ताह में एक दिन एसडीएम कोर्ट सीपत में लगेगा- डाहीरे*
सीपत तहसील उद्घाटन में शामिल मस्तूरी एसडीएम पंकज डाहीरे ने पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया। उन्होने एलान किया कि बहुत जल्द ही सप्ताह में एक दिन एसडीएम कोर्ट का संचालन सीपत में भी किया जाएगा। इससे इस क्षेत्र के लोगो को मस्तूरी जाने से होने वाली दिक्कतों से छुटकारा मिलेगी । उन्होंने बताया कि तहसील संचालन के लिए सेटअप की मांग की गयी है। उम्मीद है कि एक सप्ताह के भीतर पूर्ण रूप से कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
24 साल 10 दिन बाद मिला तहसील का दर्जा
सीपत में उप तहसील कार्यालय 20 मार्च 1998 को प्रारंभ हुआ था। 24 वर्ष 10 दिन के लंबे संघर्ष के बाद 31 मार्च 2022 को पूर्ण तहसील के दर्जा मिला। इससे पहले सीपत का तहसील 1996 तक बिलासपुर और इसके बाद मस्तूरी हो गया। अब सीपत तहसील गठन के बाद सीपत को मस्तूरी के बजाय बिलासपुर अनुविभाग से जोड़ने की मांग उठने लगी। लोगो का कहना है कि मस्तूरी जाना मुश्किल भरा कार्य है जबकि सीपत क्षेत्र के लोगो के लिए संसाधन की दृष्टि से बिलासपुर ठीक है।
उद्घाटन में सीएम से वर्चुअल माध्यम से स्थानीय लोगों से जुड़े
सीएम निवास कार्यालय में वर्चुअल माध्यम से आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम को लाइव प्रसारण देखने और नई तहसील उद्घाटन के साक्षी बनने तहसील कार्यालय में सैकड़ो लोग पहुंचे। काँग्रेस सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष दुबे सिंह कश्यप समेत अन्य लोगो ने फीता काटकर विधिवत उद्घाटन किया।
सीएम भूपेश से राजेन्द्र धीवर समेत कांग्रेसियों ने की थी मांग
प्रदेश में काँग्रेस की सरकार बनने के बाद पहले नगरी निकाय चुनाव के दौरान ग्राम पंधी में 2019 को आयोजित पंच-सरपंच सम्मेलन के दौरान ब्लाक काँग्रेस कमेटी अध्यक्ष राजेंद्र धीवर के नेतृत्व में क्षेत्र के कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सीपत को पूर्ण तहसील बनाने मांग किया था। मुख्यमंत्री ने तहसील बनाने का वादा भी किया था। मुख्यमंत्री ने 15 अगस्त 2021 को गणतंत्र दिवस पर सीपत को पूर्ण तहसील का दर्जा का एलान किया। इससे पहले भाजपा शासन काल मे तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भी दो बार घोषणा किया। लेकिन तहसील बनाने की दिशा में किसी प्रकार का ठोस कदम नहीं उठाया गया।
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