बिलासपुर—- कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे आज औचक अल्प प्रवास पर बिलासपुर पहुंचे। छत्तीसगढ़ भवन में बातचीत के बाद पत्रकारों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ प्रस्तावित दोनो बैराज स्थल पहुंचे। पहले ही दिन का कामकाज का जायजा लिया। साथ ही मंत्री ने जल संसाधन विभाग के आलाधिकारियों से बैराज निर्माण के तकनिकी पहलुओं को लेकर चर्चा की। और स्थल का घूमकर गंभीरता के साथ मुआयना भी किया।
पत्रकारों से बातचीत के बाद जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे पत्रकारों के साथ प्रस्तावित दोनो बैराज स्थल पहुंचे। इस दौरान रविन्द्र चौबे के साथ स्थानीय विधायक शैलेष पाण्डेय, संसदीय सचिव रश्मि सिंह, मेयर रामशरण यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान, पीसीसी कांग्रेस सचिव आशीष सिंह, बिल्हा छाया विधायक राजेन्द्र शुक्ला, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष तैयब हुसैन, पार्षद शैलेन्द्र जायसवाल और पार्षद रामाशंकर बघेल के अलावा कांग्रेस पदाधिकारी कार्यकर्ता भी मौजूद थे।
जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे सबसे पहले शिवघाट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने प्रारंभिक कामकाज का जायजा लिया। ईनसी पवार, ईई अजय सोमावार, एसी रामस्वामी नायडू से बैराज की क्षमता, पानी का जमाव समेत अन्य तकनिकी पहलुओं को लेकर चर्चा की।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान जल संसाधन मंत्री ने बताया कि शिवघाट बैराज बनने के बाद करीब 12 मीटर पानी का भराव 12 महीने रहेगा। दोनों बैराज बनने के बाद साफ पानी का जमाव रहेगा। इसके अलावा स्थानीय निकाय की मांग पर अतिरिक्त राशि से दोनों तरफ नाला निर्माण होगा। शहर का गंदा पानी नदी में सीधे नहीं जाएगा।
बैराज का काम कब तक पूरा कर लिया जाएगा के सवाल पर जल संसाधन मंत्री ने बताया कि निर्धारित समय पर दोनो बैराज बनकर तैयार हो जाएंगे। इसके बाद शहर की तस्वीर ही बदल जाएगी।
शिवघाट भ्रमण के बाद जल संसाधन मंत्री पचरीघाट का भी निरीक्षण किया। बैराज की लम्बाई चौडाई समेत प्रस्तावित बजट को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा की।