दिल्ली।भारत के पहाड़ी राज्यों में भारी बर्फबारी (Snowfall) होने से बाकी के अन्य राज्यों में ठंड बढ़ गई है. लोगों को इससे फिलहाल कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ( Indian Meteorological Department) ने बताया है कि अगले दो से तीन दिनों के लिए कई राज्यों में भीषण ठंड(Severe Cold) की स्थिति बनेगी. इसके अनुसार, अगले दो दिनों के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी मध्य प्रदेश और पश्चिम मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भयंकर ठंड लोगों की टेंशन बढ़ाएगी. मौसम विभाग के इन अनुमानों से पता चलता है कि राजस्थान में 27-28 जनवरी को गंभीर शीत लहर की स्थिति देखी जा सकती है, जबकि अगले चार दिनों में पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़ के अलग-अलग इलाकों में यही स्थिति बनी रहने की उम्मीद है.
अगले 24 घंटों के दौरान सौराष्ट्र और कच्छ में कड़ाके की ठंड और शीत लहर की स्थिति बनने की संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर रात और सुबह के समय घने कोहरे की स्थिति का अनुमान लगाया है. 26 जनवरी को पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग इलाकों में घने कोहरे की संभावना है. इसके अलावा हरियाणा-चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, असम, मेघालय और त्रिपुरा में अगले 24 घंटों में और ओडिशा में अगले दो दिनों में भी यही स्थिति देखी जा सकती है.
पहाड़ी इलाकों में जारी रहेगी बर्फबारी
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि पहाड़ी इलाकों जैसे जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टिस्तान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आज हल्की बारिश या बर्फबारी होने की संभावना है और इसके बाद मौसम साफ रहेगा. दूसरी ओर, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 25 जनवरी को अलग-अलग जगह हल्की वर्षा होने की संभावना है, जबकि पूर्वोत्तर भारत में 27 जनवरी तक हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
आईएमडी के अनुसार, एक ‘ठंडा दिन’ तब होता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम हो, जबकि ‘अत्यंत ठंडा दिन’ तब होता है जब अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 6.5 डिग्री कम होता है. वहीं, शून्य से 50 मीटर के बीच दृश्यता होने पर कोहरा ‘बेहद घना’, 51 से 200 मीटर दृश्यता के बीच ‘घना’, 201 से 500 के मीटर दृश्यता के बीच ‘मध्यम’ और 501 से 1000 मीटर के बीच दृश्यता होने पर कोहरे को ‘हल्का’ माना जाता है.