जब कलेक्टर ने कहा..गुणवत्ताहीनता का मतलब सख्त कार्रवाई..डेढ़ महीने के अन्दर जनता को चाहिए स्मार्ट सड़क

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—कलेक्टर डॉ.सारांश मित्तर शुक्रवार को शहर में चल रहे निर्माणाधीन विकास कार्यों का जायजा लेने अधिकारियों के सांथ मौके पर पहुंच गए। निरीक्षण अभियान के तहत कलेक्टर डॉ. मित्तर निर्माणाधीन तिफरा प्लाइओव्हर, व्यापर विहार स्थित स्मार्ट सड़क का गंभीरता के साथ जायजा लिया। अमृत मिशन के प्रोग्रेस रिपोर्ट को गंभीरता के साथ समझने का प्रयास किया। इसके बाद डॉ.मित्तर औचक निरीक्षण करने निर्माणाधीन प्लेनेटोरियम भी पहुंच गए। इसके बाद अधिकारियों के सांसे तेज हो गयी। कलेक्टर ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि किसी भी स्तर पर निर्माण कार्यों में गुणवत्ताहीनता को बर्दास्त नहीं करेंगे। 
 
                        कलेक्टर डाॅ.सारांश मित्तर ने आज शहर में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों का जायजा लिया। कलेक्टर के निरीक्षण अभियान की जानकारी मिलने के बाद अधिकारियों की सांसे तेज हो गयी। खबर मिलते ही सम्बंधित अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। निरीक्षण कार्य के दौरान कलेक्टर ने कहा कि किसी भी स्तर पर गुणवत्ता के साथ समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होने काम में गुणवत्ता के साथ समझौता करने वालों को सजग रहने का निर्देश दिया। बताया कि शिकायत मिलने के बाद किसी को नहीं बख्शा जाएगा।
 
            कलेक्टर डाॅ.सारांश मित्तर ने निर्माणाधीन तिफरा फ्लाई ओव्हर, व्यापार विहार में स्मार्ट सड़क और अमृत मिशन के कार्यों का जायजा लेने के बाद अचानक प्लेनेटोरियम का निरीक्षण करने पहंच गए। इसके बाद अधिकारियों में खलबली मच गयी। 
 
               कलेक्टर ने फ्लाई-ओव्हर के निर्माण की धीमी गति पर गहरी नाराजगी जाहिर की। मित्तर ने कहा कि निर्माण कार्य में गति लाने की जरूरत है। क्योंकि प्रोजेक्ट में बहुत देरी हो चुकी है। अब देरी को लेकर किसी प्रकार का बहाना नहीं चलेगा। रेल्वे के साथ आ रही तकनीकी बाधा को शीघ्र निराकृत करने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्माण कार्य में मजदूरों की संख्या बढ़ाने को कहा।
 
            डॉ. मित्तर ने निर्माणाधीन व्यापार विहार सड़क और अमृत मिशन के कामकाज का भी जायजा लिया। नाली के कार्य में गुणवत्तापूर्ण को लेकर अधिकारियों को जरूरी सुझाव भी दिया। मौके पर उपस्थित अधिकारियों ने बताया कि व्यापार विहार सड़क का कार्य 30 प्रतिशत बाकी है। कलेक्टर ने फिर दुहराया कि निर्माण में देरी का अर्थ समस्या का पैदा होना है। गुणवत्ता के साथ समझौता करना है। दोनो ही स्थिति को बर्दास्त नहीं किया जा सकता है। उन्होने कहा किडेढ़ माह अन्दर स्मार्ट स़ड़क और नाली निर्माण को बेहतर तरीके से ठीक किया जाए। 
 
        अधिकारियों में उस समय खलबली मच गयी जब कलेक्टर मित्तर व्यापार विहार में निर्माणाधीन प्लेनेटोरियम का निरीक्षण करने पहुंच गए। स्मार्ट सिटी के अधिकारी ने कलेक्टर को बताया कि प्लेनेटोरियम 200 सीटर होगा। इसमें दो लेक्चर हाॅल, आफिस रूम के अलावा कैफेटेरिया बनाया जा रहा है। बाहर गार्डन में अर्बन फाॅरेस्ट का निर्माण किया जाएगा।
 
            कलेक्टर ने प्लेनेटोरियम का निर्माण गुणवत्ता के साथ करने को कहा। देरी को लेकर भी नाराजगी जाहिर की। कलेक्टर ने प्लेनेटोरियम के बाहर बनाये जा रहे गार्डन और तालाब का जायजा लिया। निर्देश दिया कि कार्य को भी शुरू करते हुए जल्द पूरा करें। 
 
                              कलेक्टर के निरीक्षण अभियान के दौरान निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय, एसडीएम देवेन्द्र पटेल, नगर निगम अधीक्षण अभियंता सुधीर गुप्ता और अन्य जिम्मेदार विशेष  रूप से मौजूद थे।
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