नई दिल्ली-कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन, मंहगाई, अर्थव्यवस्था जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि पेट्रोल डीज़ल की महंगाई से देश की जनता पर दोहरी मार पड़ रही है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी जी कहते रहते हैं कि जीडीपी बढ़ रही है, वित्त मंत्री का कहना है कि जीडीपी ऊपर की ओर प्रोजेक्शन दिखा रही है. तब मुझे समझ में आया कि जीडीपी से इसका क्या मतलब है. इसका मतलब है ‘गैस-डीजल-पेट्रोल.’ गांधी ने कहा कि सरकार जब कहती है कि GDP बढ़ रही है तो इसका मतलब G-गैस, D-डीज़ल, P-पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं.
राहुल गांधी ने कहा, “2014 में जब यूपीए सत्ता से बाहर हुई तब एलपीजी सिलेंडर की कीमत 410 रुपये प्रति सिलेंडर थी. आज इसकी कीमत 885 रुपये प्रति सिलेंडर है जो कि 116% की वृद्धि है. 2014 में पेट्रोल 71.5 रुपये प्रति लीटर था, आज यह 101 रुपये प्रति लीटर है यानी 42% की वृद्धि. 2014 में डीजल की कीमत 57 रुपये प्रति लीटर थी, आज यह 88 रुपये प्रति लीटर है.”
राहुल गांधी ने कहा, “यूपीए के कार्यकाल में अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल का दाम आज से 32% ज़्यादा था और गैस का दाम 26% ज़्यादा था. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में गैस, पेट्रोल-डीज़ल के दाम गिर रहे हैं और हिन्दुस्तान में बढ़ते जा रहे हैं. दूसरी तरफ हमारी संपत्तियों को बेचा जा रहा है.” गांधी ने कहा, “जीडीपी के माध्यम से सरकार ने 23 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं, ये सकल घरेलू उत्पाद नहीं है बल्कि गैस-डीजल-पेट्रोल है.” राहुल ने केंद्र से सवाल किया कि कहां गए ये 23 लाख करोड़ रुपये?
नेशनल मॉनेटाइजेशन पाइपलाइन को लेकर भी केंद्र पर निशाना
वायनाड के सांसद ने कहा, “मोदी जी ने पहले कहा था कि मैं डीमोनेटाइजेशन कर रहा हूं और वित्त मंत्री कहती रहती हैं कि मैं मोनेटाइजेशन कर रही हूं. किसानों, मज़दूरों, छोटे दुकानदार, एमएसएमई, सैलरीड क्लास, सरकारी कर्मचारियों और ईमानदार उद्योगपतियों का डीमोनेटाइजेशन हो रहा है.” उन्होंने कहा, “किसान, श्रमिक, छोटे और मझोले व्यापारी, एमएसएमई, वेतनभोगी वर्ग, सरकारी कर्मचारी और ईमानदार उद्योगपति डीमॉनेटाइज्ड हो रहे हैं. कौन मॉनिटाइज्ड हो रहा है, नरेंद्र मोदी जी के चार-पांच मित्रों का मोनेटाइजेशन हो रहा है.”
राहुल गांधी ने सरकार को घेरते हुए कहा, “नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री पैनिक में हैं उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि करना क्या है? हमारे प्रधानमंत्री डर गए हैं, इसे देखकर चीन भी अपनी योजना बना रहा है कि हिन्दुस्तान आर्थिक और नेतृत्व संकट में है तो हम जो निकाल सकते हैं वो निकाल लो.”
बता दें रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि को लेकर कांग्रेस सरकार ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए एक सोशल मीडिया कैम्पेन की शुरुआत की है जिसमें कि देशभर के आम लोगों के वीडियो साझा किए, जिसमें वे महंगाई के संबंध में अपनी व्यथा बता रहे हैं. कांग्रेस पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की कीमतों में वृद्धि को लेकर सरकार पर निशाना साधती रही है और केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए कुछ करों को हटा इनमें (करों में) कमी की मांग करती रही है.