ब्रम्हकुमारी में व्यापक स्तर पौधरोपण..किसान नेता धीरेन्द्र ने कहा..पेड़ पौधे लेते नहीं..जीवन देते हैं..

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—-विश्व पर्यावरण दिवस पर उस्लापुर स्थित ब्रम्हकुमारी ओम शांति सरोवर परिसर में पौधरोपण के साथ कल्पतरूह प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम के अतिथि धीरेन्द्र दुबे ने कहा कि 1 एकड़ में पौधरोपण से 6 टन कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषित होता है। हमें 4 टन ऑक्सीजन हासिल होता है। एक वृक्ष 64 लीटर पानी संरक्षित करता है। वर्तमान समय में भू-जल 4 मीटर नीचे चला गया है। इसका सीधा संबंध वृक्ष से है। इसलिए एक व्यक्ति,एक वृक्ष श्रेष्ठ शुभ संकल्प और  समर्पण भाव से  लगाएं।
 
               भारतीय किसान संघ जिला अध्यक्ष धीरेंद्र दुबे ब्रह्माकुमारी, ओम शांति सरोवर, उसलापुर के प्रांगण में विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत किया। वृक्षारोपण एवं कल्पतरूह प्रोजेक्ट” के उद्घाटन कार्यक्रम में उन्होने अपनी बातों को गंभीरता के साथ रखा। उन्होने कहा कि दैनिक जीवन में जल, ऑक्सीजन, अनाज, कपड़े, धन, वाहन के अलावा वृक्ष अत्यंत आवश्यक है। हम आने वाली पीढ़ी की सुरक्षा को लेकर बहुत सी बातों का ध्यान रखते हैं। ठीक इसी तरह हमें बच्चों के भविष्य के लिए पर्यावरण संरक्षण का भी ध्यान रखना होगा। इसके लिए हमें पौधरोपण के साथ उसका संवर्धन और संरक्षण करना होगा।
 
             कार्यक्रम में शिरकत कर रहे अशोक ऋषि ने कहा कि 1960 में बिलासपुर काफी हरा भरा था। मनुष्य अपने भौतिक और दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पेड़ पौधों को काटता गया।  तापमान में वृद्धि होती गई। भारत की हजारों साल की संस्कृति को बनाए रखना हमारा फर्ज है ।  विश्व पर्यावरण दिवस के शुभ अवसर पर पौधा लगाने के साथ संरक्षण का संकल्प लेना होगा। 
 
                सुषमा ऋषि ने कहा हमें अपनी सोच को बदलने की जरूरत है। विचारों का प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है। हम अपनी सोच से हर चीजों को बदल सकते हैं। हमारी सोच से प्रदूषित प्रकृति भी प्रदूषण रहित हो जाएगी।
 
                  छाया दीदी  ने बताया कि सृष्टि कल्प वृक्ष की तरह है।  जिसका बीज स्वयं परमपिता परमात्मा निराकार शिव है।  हम मनुष्य आत्माएं उसके पत्ते हैं। जब हम पवित्र थे तो संपूर्ण प्रकृति पवित्र थी।  आज मनुष्य आत्माओं ने प्रकृति का दुरुपयोग कर प्रदूषित कर दिया है। हमें बाह्र और आन्तरिक प्रदूषण से छुटकारा पाना होगा। शरीर पांच तत्वों से बना होता है। एक तत्व के बिना हमारा जीवन संभव नहीं है। अतः प्रकृति का सम्मान करें, उसे नुकसान ना पहुंचाएं।
 
 छाया दीदी ने बताया कि 1जून से 5 जून तक विश्व पर्यावरण दिवस पर ब्रह्माकुमारी, ओम शांति, सरोवर उसलापुर में ब्रह्माकुमारीज में  कल्पतरु योजना शुभारम्भ किया गया। ब्रह्माकुमारीज केंद्र ने फैसला किया है कि आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष में 75 पौधे लगाने के लिए कम से कम 75 लोगों को प्रोत्साहित करेगा। परियोजना के माध्यम से हम कुल मिलाकर 40 लाख लोगों को 40 लाख पौधे लगाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
 
 
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