बिलासपुर—कांग्रेस नेता जयंत मनहर ने कहा कि लोहर्सी स्थित एसीसीसी की जनसुनवाई में जनता की भावनाओं का सम्मान सबसे ऊपर होगा। मस्तूरी क्षेत्र के विकास में उद्योग की भूमिका अहम होगी। लेकिन उद्योगपतियों को जनता की भावनाओं का सम्मान करना होगा। चूंकि उद्योग स्थापना के समय पार्टी की तरफ से बड़े वादे वादे किए जानते हैं। लेकिन स्थापित होने के बाद लोगों की भावनाओं और मांग को दरकिनार कर दिया जाता है। यही कारण है कि जनता अपने कड़वे अनुभवों के कारण विरोध रहती है। जनसुनवाई में मुझे भी बुलाया गया है। जनसुनवाई में हम जनता की मांग को पुरजोर तरीके से ना केवल रखेंगे। बल्कि जनता की मांग और हितों का समर्थन भी करेंगे।
कांग्रेस नेता जयंत मनहर ने कहा कि 3 नवम्बर को लोहर्सी में प्रस्तावित एसीसी प्लान्ट को लेकर सुनवाई है। एसीसी सीमेन्ट का नाम देश की बड़ी कम्पनियों में शुमार है। सीमेन्ट प्लान्ट स्थापित होने से जनता को फायदा मिलेगा। हमेशा देखने में आया है कि कम्पनियां उद्योग स्थापना के समय बड़ी बड़ी बातें करती है। बाद में किए गए वादों मुकर जाती है। जिसके कारण जनता में उद्योग जगत के प्रति विश्वास घटा है। इन्ही कारणों से मस्तूरी की जनता एसीसी सीमेन्ट कम्पनी के खिलाफ लामबन्द है।
मनहर ने बताया कि सड़क पानी बिजली, गांव की बड़ी समस्या है। हमारी मांग है कि कम्पनी जो भी वादा करती है उसका शब्दशः पालन करे। गांव की तरक्की में अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाए। सड़क पानी बिजली की समस्या को दूर करे। प्रभावित किसानों और मजदूरों के हित में अपनी जिम्मेदारियों को निभाए।
देश में पर्यावरण असंतुलन सबसे बड़ी समस्या है। कम्पनी की जिम्मेदारी बनती है कि पेड़ कटने के बाद ज्यादा से ज्यादा ना केवल पौधरोपण करे। बल्कि उसका पालन पोषण भी करे। स्थानीय लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मुहैया कराए। सीएआर मद का उपयोग गांव के समग्र विकास में करे। साफ पानी,सड़क की पर्याप्त सुविधा हो। यदि कम्पनी हमारी बातों का लिखित समर्थन करता है तो प्लान्ट का विरोध का सवाल ही नहीं उठता।
कांग्रेस नेता रवि श्रीवास ने बताया कि भूपेश सरकार ने हमेशा विकास की धारा में जनता को प्राथमिकता से लिया है।यदि कम्पनी सरकार की नीतियों का पालन करती है तो जनता की तरफ से विरोध का सवाल ही नहीं उठता है।यदि कम्पनी ने जनता के साथ विश्वासघात किया तो उसका परिणाम भी उसे ही भुगतना पड़ेगा। मस्तूरी श्रम प्रधान क्षेत्र है। यहां ऐतिहासिक डिंडनेश्वरी मंदिर भी है। इसलिए एसीसी कम्पनी की जिम्मेदारी बनती है। कि आस्था के साथ श्रम का सम्मान करे।