लखनऊ-बीजेपी से नाराजगी की खबरों के बीच योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की पेशकश की है. इस्तीफे में पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का प्रभार छोड़ने की उन्होंने इच्छा जताई है. हालांकि उन्होंने दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग से इस्तीफा नहीं दिया है. ओमप्रकाश राजभर ने अपने ट्वीट में कहा है, पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति न दिए जाने एवं पिछड़ी जातियों के 27% आरक्षण के बंटवारा करने के लिए सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट आने के बाद भी रिपोर्ट लागू न करने से आज मैं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग मा.मुख्यमंत्री जी को सौप दूंगा. सीजीवालडॉटकॉम के WhatsApp ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे
इससे पहले वाराणसी में ओम प्रकाश राजभर ने कहा था, पिछडो का आरक्षण बिल पास नहीं हुआ, इसलिए हम प्रयागराज में हो रहे कैबिनेट में शामिल नहीं हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे साथ धोखा हुआ है. हम 24 फरवरी को वाराणसी में रैली कर अपना फैसला सुना देंगे और 25 फरवरी को यूपी के सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर देंगे. राजभर ने कहा कि हम 24 फरवरी तक समय देते हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रयागराज में कैबिनेट की बैठक धार्मिक भावना भडकाने की कोशिश है.
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ओमप्रकाश राजभर ने कहा, प्रियंका गांधी के आने से कोंग्रेस में नया जोश आया है. राजभर ने कहा कि बीजेपी के साथ उनके दल के गठबंधन का आखिरी दिन 24 फरवरी होगा. उन्होंने बीजेपी पर पिछड़े वर्ग को धोखा देने का आरोप लगाया और दावा किया कि लोकसभा के आगामी चुनाव में सवर्ण और पिछड़े वर्ग के बीच राजनैतिक संघर्ष होगा और पिछड़े वर्ग एसपी-बीएसपी गठबंधन के साथ होंगे.
पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति न दिए जाने एवं पिछड़ी जातियों के 27% आरक्षण के बंटवारा करने के लिए सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट आने के बाद भी रिपोर्ट लागू न करने से आज हम पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग मा.मुख्यमंत्री जी को सौप दूंगा। pic.twitter.com/ebGUjEvKLL
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) February 14, 2019