Diet for Piles/पाइल्स या बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए खराब डाइट और खराब जीवनशैली जिम्मेदार है। बवासीर की बीमारी से पूरी दुनिया में करोड़ों लोग परेशान हैं।
अकेले भारत में इस बीमारी से करोड़ों लोग जूझ रहे हैं। इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण कब्ज है, जिससे दुनियां भर में 15% लोग प्रभावित हैं। कब्ज की बीमारी की वजह से ही बवासीर,फिशर और फिस्टुला बनता है।
पाइल्स मुख्य रूप से सूजी हुई रक्त वाहिकाएं हैं। बवासीर होने पर मरीज़ के एनस के अंदर और बाहर के हिस्से में सूजन आ जाती है जिसकी वहज से मल डिस्चार्ज करने में दर्द होता है और खून भी आ सकता है। बवासीर की वजह से उठने-बैठने में बेहद दर्द और परेशानी होती है।Diet for Piles
पाइल्स के मरीज डाइट में फाइबर से भरपूर फूड्स का सेवन करें और कुछ खास फूड्स से परहेज करें। पाइल्स के मरीजों के लिए फैट वाले फूड,मसालेदार खाना,प्रोटीन वाले फूड,बेकरी वाले फूड,नॉनवेज फूड, चाय और कॉफी का अधिक सेवन बेहद नुकसान पहुंचा है।
बवासीर के मरीज इन फूड्स से परहेज करें साथ ही स्मोकिंग से भी दूर रहें। आइए जानते हैं कि बवासीर के मरीजों का डाइट चार्ट कैसा होना चाहिए।Diet for Piles
बवासीर की बीमारी में मरीज को क्या खाना चाहिए (Diet Chart for Piles Patients)
- पाइल्स के मरीज़ अनाज में गेहूं, जौ और चावल का सेवन करें।
- दालों में कुछ खास दालें जैसे मसूर दाल, मूंग दाल, गेहूं, अरहर की दाल का सेवन करें।
- बवासीर के लक्षणों से परेशान हैं तो पानी का अधिक से अधिक सेवन करें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से कब्ज दूर होती है और बवासीर के लक्षण दूर होते हैं।
- साबुत अनाज का सेवन बवासीर की बीमारी में होने वाले दर्द और परेशानी से राहत दिलाता है।
- फाइबर से भरपूर फल और सब्जियों का सेवन पाइल्स के मरीजों को राहत देता है। हरी पत्तेदार सब्जियां कब्ज को दूर करती है और खूनी और बादी बवासीर के लक्षणों को कम करती हैं।
- जिन लोगों को पाइल्स की परेशानी है वो छाछ का सेवन करें। छाछ का सेवन पाइल्स के मरीजों पर दवा की तरह असर करता है।
- ड्राईफ्रूट्स में फाइबर से भरपूर सूखा अलूबुखारा का सेवन करें कब्ज दूर होगा और पाइल्स के लक्षणों से निजात मिलेगी। आप अंजीर का भी सेवन कर सकते हैं।
- फलों में आप सेब और संतरा खाएं। ये दोनों फल गुदा द्वार में होने वाले दर्द से राहत दिलाएंगे और मल को पतला करेंगे।
- ज्यादा पानी पीएं, जीरा, हल्दी, सौंफ, पुदीना, शहद, गेहूं का ज्वारा, पुनर्नवा, नींबू, हरड़, पंचकोल और हींग का सेवन करें।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।