बिलासपुर। बिलासपुर पुलिस ने महादेव, अन्ना रेड्डी ऑनलाइन सटोरियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 10 लाख नगदी, 30 नग मोबाइल, 10 लैपटाॅप सहित एटीएम जब्त किया है। पकड़े गए आरोपी स्कूल छात्र और काॅलेज में पढ़ने वाले युवकों से जान पहचान कर उनके नाम का फर्जी खाता खुलवा कर सट्टे की रकम का लेनदेन करते थे।
बिलासपुर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले तारबहार थाना में कुछ छात्रों ने उनके नाम से फर्जी बैंक खाता खोले जाने और उसके जरिए करोड़ों रुपए के लेनदेन की शिकायत की थी। पुलिस ने अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू की तो कई जानकारियां सामने आई।जिसकी तस्दीक करने पर पता चला कि ऑनलाइन सट्टे का एक बड़ा गिरोह है जो फर्जी बैंक खातों के जरिए रोजाना करोड़ों का लेनदेन कर रहा है
तारबहार पुलिस और एसीसीयू की टीम जब इसकी तक पहुंची और आखिरकार फर्जी सिम उपलब्ध करवाने से लेकर बैंक खाता खुलवाने वाले तथा ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने वाले चार आरोपियों को अलग-अलग जगह से गिरफ्तार कर लिया गया है। इनसे लाखों रुपए की नगदी और सैकड़ों बैंक खातों की जानकारी मिली है। जिसे होल्ड कराकर पुलिस ने होल्ड तक बारह करोड़ तीस लाख ओल्ड करा दिए हैं।SP ने बताया कि आगे मामले की जांच में और बड़े खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है।
पुलिस की जांच में पता चला कि इस खाते को ऑनलाइन सट्टा के लेनदेन के लिए उपयोग किया जा रहा है। पुलिस ने मामले में 420, 34 भादवि धारा 7 जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज कर संदेही सार्थक व क्षितिज को हिरासत में लिया। दोनों संदेहियों से कड़ाई से पूछताछ की गई तो ऑनलाइन सट्टा से जुडे़ होने की बात कबूल की।
सार्थक और क्षितिज ने पुलिस को बताया कि ये दोनों स्कूल और काॅलेज में पढ़ने वालों को को अपने झांसे में लेते थे। दोनों आरोपी शेयर बाजार में मोटा लाभ कमाने का लालच देकर स्कूली और काॅलेज छात्रो के आईडी से फर्जी एकाउंट बैंक में खुलवाते थे। और इसी एकाउंट से सटटे की रकम का ट्रांजेक्शन करते थे।
पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपियों के दो अन्य साथी को भी पकड़ा गया है। 275 से अधिक एकाउंट होल्ड कराकर 12 करोड़ 30 लाख रूपये सीज किये गये। आरोपी बैंक कर्मचारियों के साथ मिलकर लोगों को ट्रेडिंग का बहाना कर उनके नाम पर फर्जी बैंक खाता खोलते थे। इन खातों का उपयोग ऑनलाईन सट्टा में करते थे। ऐसे 24 एकाउंट की पहचान की गई। इन फर्जी एकाउंट में यूपीआई चालू करने के लिए कुछ मोबाईल दुकान वालों से मिलकर फर्जी सिम एकाउंट से लिंक करते थे।
महादेव एप प्लैटफार्म से संबंधित 600 व्हीआईपी मोबाईल नंबर की पहचान की गई है जिनकों डिएकटिवेट कराया जा रहा है।
उक्त कार्नरवाई में नगर पुलिस अधीक्षक बिलासपुर, एसीसीयू बिलासपुर निरी. धर्मेन्द्र वैष्णव, निरी.मनोज नायक थाना प्रभारी तारबाहर, उप निरी. अजय वारे, एवं थाना स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।