जयपुर। राजस्थान में BJP की सरकार बनने के बाद मंत्रिमंडल के गठन में हो रही देरी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने निशाना साधा है. प्रदेश को नया मुख्यमंत्री मिलने के 12 दिन बाद भी मंत्रिमंडल का गठन नहीं होने पर तीन दिन पहले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं.
पूर्व सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने X प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए लिखा कि जनता में अब निराशा व्याप्त होने लगी है क्योंकि राजस्थान की जनता ने 3 दिसंबर को BJP को स्पष्ट जनादेश दिया पर 22 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ है.
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (ashok gehlot) ने x प्लेटफॉर्म पुर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘जनता में अब निराशा व्याप्त होने लगी है क्योंकि राजस्थान की जनता ने 3 दिसंबर को BJP को स्पष्ट जनादेश दिया पर 22 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ है जिससे शासन संचालन में ठहराव की स्थिति आ गई है। हर विभाग भी असमंजस की स्थिति में है। जनता देख रही है कि अपनी समस्याओं के समाधान के लिए किन मंत्रियों के पास जाए। जल्द से जल्द मंत्रिमंडल गठन होना चाहिए जिससे सरकार का कामकाज सुचारू रूप से चल सके।’
साथ ही पूर्व सीएम गहलोत ने चिरंजीवी योजना को भजनलाल सरकार द्वारा आयुष्मान योजना में तब्दील करने पर निशाना साधते हुए लिखा कि ‘मीडिया के माध्यम से ये भी जानकारी में आया है कि चिरंजीवी योजना में निजी अस्पतालों द्वारा इलाज नहीं किया जा रहा है।
वर्तमान सरकार को हमारी सरकार की योजनाओं को लेकर भी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए जिससे जनता को परेशानी ना हो एवं कोई नई व्यवस्था लागू होने तक पूर्ववत व्यवस्था चालू रखनी चाहिए।’