CM गहलोत से मिले कांग्रेस प्रभारी और सहप्रभारी, आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी कांग्रेस

Shri Mi
3 Min Read

आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और तीनों सहप्रभा‍री बृहस्‍पतिवार को यहां मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत से मिले. बैठक के बाद पार्टी नेताओं ने इसे ‘अनौपचारिक व नियमित’ बैठक करार दिया.

Join Our WhatsApp Group Join Now

पार्टी के प्रदेश प्रभारी रंधावा तथा सहप्रभारी अमृता धवन, काजी निजामुद्दीन व वीरेंद्र राठौड़, तीनों बृहस्‍पतिवार को जयपुर में थे. ये तीनों मुख्‍यमंत्री निवास में मुख्‍यमंत्री गहलोत से मिले. इस दौरान डोटासरा भी वहां मौजूद थे.

रंधावा ने कहा कि यह नियमित बैठक थी. सहप्रभारी पहली बार गहलोत से मिले और जिन-जिन इलाकों में वे जाकर आए वहां के बारे में चर्चा की.

भाजपा के राज्‍यसभा सदस्‍य किरोड़ी लाल मीणा द्वारा सरकार के एक विभाग में गबन के हालिया आरोप संबंधी सवाल को रंधावा ने यह कहते हुए टाल दिया कि,‘‘वह बहुत बड़े आदमी हैं. वे हर रोज कोई ना कोई बात करते हैं, लेकिन कांग्रेस ने हमेशा भ्रष्‍टाचार के खिलाफ बात की है.

राठौड़ व निजामुद्दीन ने भी बैठक को ‘अनौपचारिक’ बताया. वहीं, अमृता धवन ने इससे पहले मीडिया से कहा कि राजस्‍थान की जनता राजस्‍थान की कांग्रेस सरकार के काम से खुश है और इसके काम ने उनका दिल जीता है. उन्‍होंने कहा क‍ि विकास का राजस्‍थान सरकार का मॉडल हर किसी को फायदा पहुंचा रहा है.

राजस्‍थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसमें टिकट वितरण के फॉर्मूले के बारे में पूछे जाने पर उन्‍होंने कहा, ‘‘पार्टी अपने ‘फीडबैक मॉडल’ से टिकट तय करती है, लेकिन ‘कामकाज व जनता से जुड़ाव’ निश्चित रूप से एक बड़ा आधार रहेगा. शिक्षक भर्ती परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने से जुड़ी धन शोधन की जांच के संबंध में ईडी द्वारा राज्य में हाल ही में कई जगह तलाशी लिए जाने पर धवन ने कहा कि ‘‘सरकार पर बंदूक तानने से कुछ नहीं होगा, सरकार और सरकार के लोग साफ-सुथरे हैं.

उल्‍लेखनीय है कि आगामी विधानसभा चुनाव की सरगर्मी शुरू होने के बीच अनेक मंत्री, विधायक व नेता बुधवार को यहां पार्टी प्रभारी रंधावा से मिले थे. रंधावा ने कहा था कि इन बैठकों का दौर अब चुनाव तक जारी रहेगा.

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close