न्यूज डेस्क—-चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद इसरो ने नया कमाल किया है। सूर्य का अध्ययन करने हरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सोलर मिशन ‘आदित्य-एल1’ को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दुनिया तीसरा देश बन गया है। इसी के साथ आकाशगंगा में अंतरिक्ष शोध का एक नया अध्याय शुरू कर दिया है। और आदित्य एल 1 लांच कर भारत एशिया का पहला देश भी बन गया है। जानकारी देते चलें कि अभी तक सोलर मिशन पर ना तो रूस को सफलता मिली है और ना ही चीन को।
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इसरो के अनुसार चंद्रयान की तरह, आदित्य एल 1 पहले पृथ्वी की परिक्रमा करेगा । अधिक तेजी से सूर्य की ओर उड़ान भरते हुए पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचेगा। पृथ्वी और सूर्य के गुरुत्वाकर्षण बल के एक निश्चित बिंदु (लैगरेंज प्वाइंट) पर रुकेगा। वैज्ञानिकों के अनुसार ‘आदित्य-एल1’ अंतरिक्ष यान पुरी दूरी को करीब चार महीने में पुूरा करेगा। एल 1 पोजीशन से यह यान सूर्य की विभिन्न गतिविधियों, आंतरिक और बाहरी वातावरण आदि का अध्ययन करेगा। भारत में अंतरिक्ष अनुसंधान और अन्वेषण में ‘आदित्य एल1’ को एक बड़ा कदम माना जा रहा है।