रायपुर— मरवाही विधायक अमित जोगी ने स्वास्थ्य मंत्री अजय चन्द्राकर पर निशाना साधा है। उन्होने कहा कि चन्द्राकर ने स्वास्थ्य विभाग को शमशान विभाग बना दिया। सरकारी अस्पतालों में मरने वाले लोगों के आंकड़े कुछ ऐसा ही बता रहे हैं।
अमित जोगी ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि पिछले छह महीनें में साढ़े तीन हजार से ज्यादा नवजात बच्चों मौत हो चुकी है। जोगी ने मुख्यमंत्री और स्वास्थ मंत्री से सार्वजनिक जीवन त्यागने और हत्या की जिम्मेदारी लेने को कहा है। जोगी ने कहा कि मुख्यमंत्री का गृह जिला राजनांदगांव में सबसे ज्यादा बच्चे कुपोषित हैं। सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या कर रहे हैं। पिछले छह महीनों में नवजात और महिलाओं की मौत के मामले में भी मुख्यमंत्री का जिला सरगुजा और कांकेर के बाद तीसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ में कुशासन का इससे बड़ा उदहारण और क्या हो सकता है।
जोगी ने स्वास्थ विभाग की दुर्दशा पर चिंता जाहिर की है। उन्होने कहा कि सरकार शिशु मृत्यु दर कम होने और प्रसूताओं को महतारी जतन योजना के माध्यम से पौष्टिक आहार देने का दंभ भर रही है। लेकिन हकीकत इससे मीलों दूर है। आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार नहीं मिल रहा है। महिला और बाल विकास विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए जोगी ने कहा कि महतारी जतन योजना का मुख्यमंत्री ने जोर शोर से कोरिया से शुभारम्भ किया…लेकिन उसका क्रियान्यवयन ठीक से नहीं किया गया। प्रदेश की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था, बढती शिशु और मातृ मृत्यु दर सरकारी नियंत्रण से बाहर हो चुकी है। मुख्यमंत्री की फोटो राजनीति ने छत्तीसगढ़ में शासन की दुर्गति कर दी है