दिल्ली।सरकार ने कहा कि देश के 97 प्रतिशत से अधिक शहर खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं। आवासन और शहरी मामलों के मंत्रालय ने स्वच्छ भारत अभियान- शहरी के शानदार छह सालों की उपलब्धियों को लेकर एक वेबिनार का आयोजन किया। इस वेबिनार का शीर्षक था- स्वच्छता के छह साल बेमिसाल। आवासन और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि अब स्वच्छतम भारत की शपथ लेने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में जन आंदोलन और जन भागीदारी की भावना स्पष्ट हुई है। इस सर्वेक्षण में 12 करोड से अधिक नागरिकों ने हिस्सा लिया था। श्री पुरी ने बताया कि 2014 में शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन- शहरी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर 2019 तक स्वच्छ भारत के लक्ष्य को पूरा करने का संकल्प था।
आवासन और शहरी मामलों के मंत्रालय में सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने बताया कि 2014 में खुल में शौच से कोई भी राज्य या शहर मुक्त नहीं था। परन्तु अब भारत के 97 प्रतिशत से अधिक शहर खुले में शौच से मुक्ति पा चुके हैं। उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत 2014 में ठोस कचरा प्रबंधन केवल 18 प्रतिशत ही था जो अब 67 प्रतिशत तक हो गया है और 77 प्रतिशत से अधिक वार्डों में गीले और सूखे कचरे को अलग करने की व्यवस्था शुरू की जा चुकी है।