रायपुर–कांग्रेस के आदिवासी विधायक रामदयाल उईके अमरजीत भगत राजेंद्र राय और कवासी लकमा ने संयुक्त ब्यान जारी कर कहा कि शिशुपाल सोरी भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य कर कांग्रेस पार्टी को बदनाम कर रहे हैं । नैतिकता की बात करने वाले शिशुपाल सोरी बताएं कि दो दिन पहले भाजपा सांसद नंदकुमार साय के यहाँ क्या कर रहे थे। रायपुर में बैठकर प्रायोजित पन्नों को पढ़ने और बेतुकी बातें करने के बजाय शिशुपाल सोरी आदिवासी हित में कुछ करें।
गुरु घासीदास जी के जब अपमान हुआ तो वे चुप क्यों थे। बाबा साहेब आम्बेडकर मामले में क्यों चुप्पी साधी। शिशुपाल चुप्पी का कारण बताना होगा।सरकार के विरुद्ध एक आदिवासी आंदोलन तक नहीं खड़ा कर पाये शिशुपाल आज तक आखिर किया क्या। विधायकों ने कहा कि रायपुर में टर्राने से कुछ नहीं होगा। शिशुपाल दिल्ली जाकर सोनिया गांधी से पूछे कि जोगी जी को 12 साल से एआईसीसी के राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बनाकर क्यों रखा है। शिशुपाल दूसरों के बहकावे में अपनी गरिमा खो रहे हैं। भाजपा संगठन के कुछ पदाधिकारियों के साथ मिलकर प्रायोजित साजिश का हिस्सा बन रहे हैं। जाति के मुद्दों को जानबूझ कर उठाया जा रहा है। आदिवासी नेताओं को आपस में लड़ाया जा रहा है।
विधायक अमित जोगी को पद छोड़ने की सलाह देने वाले शिशुपाल सोरी कोई जज नहीं हैं। सरकारी सेवा में रहकर उन्हें न्यायलय के आदेश और उसकी प्रक्रिया की समझ न होना उनके राजनितिक रिटायरमेंट के संकेत हैं। आदिवासी विधायकों ने कहा कि संगठन में द्वेष और घृणा का माहौल तैयार किया जा रहा है। परदे के पीछे रिमोट से प्रेस वार्ता ली जा रही है। विधायकों ने कहा कि इसके एवज में पदों की आतंरिक सौदेबाजी की जा रही है।संगठन में रहकर पार्टी को कमजोर करने वालों के कारनामों की रिपोर्ट 6 मई को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सामने रखेंगे।
विधायकों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भाजपा की पोल खोल रही थी। जनता का झुकाव पार्टी की ओर साफ़ नज़र आ रहा था और ऐसे में अचानक जोगी केंद्रित राजनीति करना कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने की गहरी साजिश है। जनहित के मुद्दों को छोड़ जोगी की जाति को उठाया जा रहा है।विधायकों ने आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि जोगी के विरुद्ध गलत बयानबाजी बंद होनी चाहिए।ज्यादा बोलने वाले जनहित और पार्टी हित में काम करें। इससे उनका ही भला होगा।