बिलासपुर—-शहर के कचरे को ठिकाने लगाने की जिम्मेदारी रामके कंपनी को दिया गया है। कांग्रेस नेताओं ने रामके कंपनी को पुणें में ब्लैकलिस्टेड होने का आरोप लगाया है। नगर निगम अधीक्षण अभियंता सुधीर गुप्ता की माने तो रामके कंपनी को ब्लैकलिस्ट में डाला गया है इसकी जानकारी निगम प्रशासन को नहीं है।
शहर के कचरे को ठिकाने लगाने की जिम्मेदारी निगम प्रशासन ने हैदराबाद की कंपनी रामके को दिया है। कम्पनी जल्द ही काम करना शुरू भी कर देगी। एक दिन पहले पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव,निगम नेता प्रतिपक्ष शेखनजरूद्दीन और कांग्रेस पार्षद दल प्रवक्ता शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों को बताया कि निगम ने ब्लैकलिस्टेड कम्पनी के हाथों शहर को कचरा बनाने का ठेका दिया है।
कांंग्रेस नेताओं ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेस में बताया था कि रामके कंपनी को महाराष्ट्र के पुणे नगर पालिका ने ब्लैकलिस्ट घोषित किया है। इसकी जानकारी निगम प्रशासन को भी है। बावजूद इसके अधिकारियों ने सांठगांठ कर कम्पनी को कचरा उठाने की वजाय शहर को कचरा बनाने का ठेका दिया है। अटल ने पत्रकारों को बताया था कि कम्पनी और निगम प्रशासन में लेनदेन होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। अन्यथा ब्लैकलिस्टेड कम्पनी को ठेका देने का कोई दूसरा कारण भी नहीं है।
जानकारी से इंकार
मामले में निगम अधीक्षण अभियंता सुधीर गुप्ता ने बताया कि रामके कंपनी के ब्लैक लिस्टेड होने की जानकारी नहीं है। कंपनी के खिलाफ कोई लिखित शिकायत भी नहीं मिली है। कंपनी ब्लैकलिस्टेड है तो प्रमाण पेश करना होगा। यदि शिकायत लिखित में है तो जांच पड़ताल के बाद कंपनी के खिलाफ जरूरी कदम उठाया जाएगा। ठेका निरस्त करने या अन्य किसी प्रकार की कार्रवाई करने का सवाल ही नहीं है।