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नईदिल्ली।कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार पर बड़े उद्योगों का फायदा पहुंचाने का आराेप लगाते हुए आज कहा कि यात्रियों की हितों की अनदेखी करके मुनाफे में चल रहे हवाई अड्डों का निजीकरण किया जा रहा है।कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों के हवाले से कहा कि सरकार 25 हवाई अड्डाें का निजीकरण करने जा रही है। उन्हाेंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के फैसले बड़े उद्योगपतियों और कंपनियों के पक्ष में होते हैं आैर यात्रियों के हितों से समझौता किया जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार महानगर टेलिफोन निगम लिमिटेड और भारत संचार निगम लिमटेड के मामले में ऐसा ही फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने देश के 25 हवाई अडडों के निजीकरण का फैसला किया। कुछ महीनों पहले सरकार ने पांच हवाई अड्डे अडानी समूह को सौंपने का फैसला किया था। इनपर अगले 50 वर्ष तक सरकार का कोई नियंत्रण नहीं होगा। उन्होंने कहा कि देश के कुल 123 हवाई अड्डों में से केवल 14 मुनाफे में चल रहे हैं। इन 14 में से पांच का निजीकरण हो रहा है। सरकार के फैसले के अनुसार हवाई अडडों पर सेवा शुल्क के साथ साथ सुरक्षा शुल्क भी चुकाना होगा।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सरकार ने ये फैसले लेते समय इस संबंध में बनी विभिन्न समितियों की सिफारिशाें को भी अनदेखा किया है