बिलासपुुर—शुक्रवार को सिम्स के डाक्टर और फारेंसिक एक्सपर्ट के बीच मारपीट के मामले में अभी तक एफआईआर दर्ज नही हुआ है। सिटी कोतवाली पुलिस दोनों पक्षों को समझाइश दे रही है।
मालूम हो कि चार दिसम्बर को सिम्स के फारेसिंक डिपार्टमेंट के पूर्व एचओडी डॉ. पीजे तायड़े और डिमॉस्ट्रेटर डॉ. एस.एन गोले के बीच विवाद हो गया था। डॉ.तावड़े ने डिमॉस्ट्रेटर डॉ. गोले के खिलाफ सिटी कोतवाली में शिकायत की। थाना प्रभारी आर.पी. शर्मा ने दोनों अधिकारियों को समझा- बुझाकर विवाद खत्म करने को कहा। जिसके चलते अभी तक किसी भी पक्ष से एफआईआर दर्ज नही की गई है। पूर्व एचओडी डॉ पीजे तायड़े इस समय सिम्स में संविदा नियुक्ति है। तीन दिसम्बर को तवाड़े की सेवा समाप्त हो गयी है। डॉ.तावड़े चार दिसम्बर को फारेंसिक डिपार्टमेंट गए। इसी दौरान फारेसिंक डिपार्टमेंट के ही डिमॉस्ट्रेटर डॉ. एसएन गोले से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। सिम्स से निकलते ही डॉ. तायड़े ने सिटी कोतवाली पहुंचकर लिखित शिकायत में बताया कि डॉ. गोले ने उनके साथ मारपीट की है। मोबाईल तोडऩे का भी आरोप लगाया।
Join Our WhatsApp Group Join Now
तावडे की शिकायत के बाद डॉ गोले भी सिटी कोतवाली पहुंंच गए। टीआई आर. पी. शर्मा को बताया कि मारपीट जैसी कोई घटना नही हुई है चूंकि डॉ. तावड़े रिटायर्ड कर्मचारी हैं। तीन दिसम्बर को उनकी संविदा सेवा भी खत्म हो गयी। घटना के दिन मैने उनके आने का कारण पूछा तो वह नाराज हो गए। इसके अलावा हम दोनों में किसी प्रकार की बातचीत नहीं हुई।