बिलासपुर— जिला शहर कांग्रेस कमेटी ने शहीदे आजम भगत सिंह ,सुखदेव और राज़गुरु को पुण्यतिथि पर याद किया। तैलचित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर अमर शहीदों के योगदान को स्मरण किया। उपस्थित लोगों को शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर ने बताया कि भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन की दिशा और दशा निश्चित करने में भगत सिंह ,सुखदेव और राजगुरू का महत्वपूर्ण योगदान है। अमर शहीदों का पूरा जीवन देश भक्तो के लिए प्रेरणा के योग्य है। बोलर ने कहा कि भगत सिंह का जीवन खुली किताब की तरह है।
कार्यक्रम संयोजक सैय्यद ज़फर अली ने भगत सिंह के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होने बताया कि भगत सिंह असेम्बली में बम फेंकने के आबाद खुद को गिरफ्तार कराया। 23 मार्च 1931 को उन्हें फांसी दी गयी। भगत सिंह ने बम फेंकने के बाद कहा कि बम फेंकने का उद्देश्य जन गूंंगी.. बहरी अंग्रेज़ प्रशासन को जगाना था।
वरिष्ठ कांग्रेसी हरीश तिवारी ने बताया कि भगत सिंह अंग्रेजो के शोषण गरीब जनता को सताने से व्यथित थे। गाँधी जी के असहयोग आन्दोलन में भी उन्होने भाग लिया। यकायक आन्दोलन स्थगित होने से उनका गांधी जी से मोहभंग हो गया। क्रांति का रास्ता अख्तियार कर लिया। राम प्रसाद बिस्मिल के शहीद होने के बाद भगतसिंह ने नौजवान सभा का विलय हिंदुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन में कर दिया।
कार्यक्रम को माधव ओतलवार शेख नजीरुद्दीनए किशोरी लाल गुप्ता शैलेन्द्र जायसवाल विनोद साहू तरु तिवारी अनिल सिंह चौहान ऋषि पाण्डेय अरविन्द शुक्ल चन्द्र प्रदीप बाजपाई गणेश रजक राकेश सोनी ने संबोधित किया।