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बिलासपुर।मतदान से लेकर पोलिंग मशीन की सिलिंग तक का कार्य महत्वपूर्ण है। इसके हर एक पहलुओं और तकनीकी जानकारी सभी के लिए आवश्यक है। इससे मतदान के दिन मशीन चालू नहीं होने से आने वाली समस्या से बचा जा सकता है।उक्त बातें निगम सभाकक्ष में आयोजित निर्वाचन प्रशिक्षण में निगम कमिश्नर व बेलतरा विधानसभा 31 क्षेत्र के सहायक निर्वाचन अधिकारी प्रभाकर पाण्डेय ने कही। उन्होंने कहा कि मतदान के दिन पोलिंग मशीन में एरर आने, चालू नहीं होने और वीवीपैट कनेक्ट नहीं होने की समस्या आती है। इससे मतदान बाधित होने के साथ हंगामा का माहौल बनता है। इस समस्या से बचने के लिए पोलिंग मशीन व वीवीपैट को शुरू करने से लेकर मतदान के बाद सिलिंग करने जैसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया की हर पहलुओं को समझना जरूरी है।सीजीवालडॉटकॉम के WhatsApp ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे
उन्होंने मशीन शुरू करने के बाद उम्मीदवारों की संख्या के हिसाब से बटन लाॅक करने, वीवीपैट, सीयू को कनेक्ट करने और फिर माॅक पोल करने की प्रक्रिया के दौरान बरते जाने वाली सावधारियां को समझाया है। प्रशिक्षण के दौरान श्री पाण्डेय ने क्लोज, रिजल्ट, केन्सल (सीआरसी) के महत्व को समझाया।
पाण्डेय ने कहा कि माॅक पोल के दौरान मशीन शुरू होने पर वीवीपैट में सात पर्ची कट कर गिरती है। इसके बाद कुछ खराबी आने पर मशीन को बार, बार चालू करने की स्थिति बनती है और बार-बार वीवीपैट में पर्ची कटती है। यदि यह खाली पर्ची की संख्या 50 या इससे अधिक हो तो ऐसे पेपर रोल को निकालकर नया पेपर रोल लगाना अनिवार्य होगा। इसके लिए अतिरिक्त पेपर रोल सेक्टर आफिसरों को उपलब्ध कराया जाएगा।
इस दौरान उन्होंने मतदान और मतदान के बाद होने वाली गल्तियों से बचने के लिए मशीन कनेक्ट करने से लेकर मतदान होने के बाद की सभी प्रक्रियाओं की चैक लिस्ट बनाने और उसी के आधार पर हर एक प्रक्रिया को बारीकियों से चेक कर कार्य करने की बात कही। इस दौरान सभी मास्टर ट्रेनरों द्वारा सभी सेक्टर आफिसरों को पोलिंग मशीन, सीयू व वीवीपैट को कनेक्ट करने, मशीन शुरू करने के दौरान किन-किन जगहों पर सील लगाने, वीवीपैट के चालू होने पर सात पर्ची कटकर गिरने संबंधित प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया।