बिलासपुर— छत्तीसगढ़ वन्यऔषधी पादप विकास के नवनियुक्त चैयरमन रामप्रताप सिंह आज पदभार लेने के बाद बिलासपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होेने पत्रकारों से बताया कि वन्य औषधी पादप विकास की दिशा पर तेजी से काम किया जाएगा। ना केवल औषधि बल्कि उससे जुड़े व्यवसाय और जानकार लोगों के बीच नए सिरे काम किया जाएगा। रामप्रताप सिंह ने कहा कि भारत माता की जय बोलने से गर्व की अनुभूति होती है। हम फल फूल,वृक्ष और पादप में मां को देखते हैं तो इन सबको जन्मदेने वाली भूमि की जय बोलने में किसी को एतराज नहीं होना चाहिए।
वन्यऔषधी पादप विकास बोर्ड के चेयरमैन पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार बिलासपुर दौरे पर पहुंचे। छत्तीसगढ़ भवन में उन्होने पत्रकारों से चर्चा की। इसके पहले उनका ठोल ताशे के साथ जमकर स्वागत किया गया। इस दौरान जिले के कई वरिष्ठ भाजपा नेता भी उपस्थित थे। महापौर किशोर राय,जिला भाजपा महामंत्री रामदेव कुमावत,एल्डरमैन मनीष अग्रवाल, वरिष्ठ भाजपा नेता प्रवीण दुबे और सुशांत शुक्ला ने रामप्रताप सिंह का फूल माला और गुलदस्ता भेंट कर आत्मीय स्वागत किया।
स्वागत कार्यक्रम के बाद रामप्रताप सिंह ने पत्रकारों से बताया कि मुझे संगठन के बाद सरकार में नई जिम्मेदारी सौंपी गयी है। अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा। उन्होने कहा कि मैं आरएसएस का आदमी हूं। अब सरकार के हिसाब से काम करना है। सरकार के वरिष्ठ मंत्री लोगों के हित में जैसा आदेश या निर्देश देंगे उसे पूरा करने का भरपूर प्रयास किया जाएगा।
सवालों का जवाव देते हुए रामप्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश से जनहित में काम किये जा रहे हैं। उन्होने कहा कि चाहे वन से या फिर फसल और वागवानी का क्षेत्र क्यों ना हो औषधि विकास के लिए मेरी तरफ से किसी प्रकार की कोताही नहीं होगी। सिंह ने बताया कि हमारा प्रदेश वनांचल क्षेत्र में आता है। यहां औषधियों की भरमार है। इसके विकास और शोध पर ध्यान देने की जरूरत है। आने वाले समय में इस दिशा में तेजी आएगी। रामप्रताप ने बताया कि अन्य विभागों के मंत्रियों से सामंजस्य बैठाकर औषधियों के विकास पर बेहतर काम किया जाएगा।
एक सवाल के जवाब में चेयरमैन रामप्रताप सिंह ने कहा कि यह सच है कि मैं संगठन का आदमी हूं। लेकिन सरकार में रहकर काम करने में उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। सीजी वाले के सवाल पर रामप्रताप सिंह ने कहा कि यह सच नहीं है कि संगठन के अंदर सरकार को काम करना होता है। सच तो यह है कि सरकार को जनहित में काम करना होता है। संगठन का काम उचित दिशा निर्देश के साथ दल को मजबूत बनाना होता है। दरअसल दोनो का काम एक ही है कि जनता के हित में काम करे।
रामप्रताप ने कहा कि भारत माता की जय बोलने से किसी को एतराज नहीं होना चाहिए। हम तुलसी,बरगद,पीपल की पूजा करते हैं। फसल जमीन से ही लेते हैं। जीवन की सारी आवश्यकताएं जमीन से ही पूरी होती है। ऐसे में हमें भारत माता की जय बोलने से एतराज नहीं करना चाहिए। उन्होने हर बार सवाल को टाला कि जो जय नहीं बोलेगा क्या उसे देश में रहने का अधिकार नहीं है। सिंह ने हर बार यही उत्तर दिया कि सबकों जय बोलना चाहिए। हमारी ज़ड़ मिट्टी से है। उन्होंने कहा कि भारतमाता कि जय धार्मिक पहलु से नहीं बल्कि भावनात्मक पहलु से सोचें