बिलासपुर— छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ ने बजट को कर्मचारियों के लिए धोखा बताया है।महामंत्री रोहित तिवारी ने कहा कि बजट निराशाजनक है। उम्मीद के साथ टीवी के सामने बैठे…बाद में पता चला कि समय बरबाद हो गया। बजट पेश करते समय अरूण जेटली के पोटली से अच्छे दिन कहीं गायब हो गए।
छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ महामंत्री रोहित तिवारी ने बताया कि एक बार फिर कर्मचारियों को ठगा गया है। ठगने वाला कोई और नहीं बल्कि अच्छे दिन का सपना दिखाने वाले लोग ही है। रोहित तिवारी ने बताया कि केन्द्रीय आम बजट में वित्त मंत्री ने कर्मचारियो के अच्छे दिन की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। कर्मचारियों के लिए बजट बहुत निराशाजनक है।
रोहित तिवारी ने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली के आम बजट में कर्मचारियों के लिए कुछ भी खास नहीं रहा। कर्मचारी बजट पूरे समय अच्छे दिन को तलाशते रहे। बजट ने कर्मचारियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ प्रदेश महामंत्री ने बताया की देश भर के कर्मचारियों को उम्मीद थी कि बजट में इन्कम टेक्स लिमिट में बढ़ोत्तरी की जायेगी। बढ़ोत्तरी तो दूर उल्टे कर्मचारियों पर नये करो का बोझ लाद दिया गया।
सातवें वेतन आयोग की समिति की न्यूनतम वेतन बढ़ोत्तरी की सिफारिश को भी नज़र अंदाज़ किया गया। महँगाई सूचकांक के अनुपात मॆ कर्मचारियों के वेतन मॆ बढ़ोत्तरी पर भी गौर नहीं किया गया। वार्षिक वेतन वृद्दि को पाँच प्रतिशत सलाना करने की सिफारिश पर भी निर्णय नहीं लिया गया। कर्मचारियों में भारी निराशा है।
रोहित ने बताया कि कुल मिला कर शासन की योजनाओं को क्रियान्वयन करने वाले कर्मचारियो के लिय बजट में कुछ भी नही है l शासकीय कर्मचारी अपने करो का भुगतान ईमानदारी से करता है। कर्मचारी संगठनो की इन्कम टैक्स लिमिट में बढ़ोत्तरी की माँग पिछले कई वर्षों से है लेकिन विचार नही किया गया। कर्मचारी वर्ग निराश है।ऐसे में अच्छॆ दिन कैसे आयेंगे…इस बात को सरकार जल्द से जल्द बताए।