विधानसभा के तर्ज पर निगम की बैठक…कांग्रेसियों ने मांगा हिसाब

BHASKAR MISHRA
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IMG20161003144207 बिलासपुर— इस बार निगम सामान्य सभा की बैठक कुछ विशेष रहेगी। राज्य शासन के निर्देश पर प्रदेश के सभी निगम निकाय की कार्रवाई विधानसभा और संसद के तर्ज पर चलेगी। पांच तारीख को बिलासपुर नगर निगम सामान्य सभा की बैठक है। सभापति को आधा सैकड़ा से अधिक प्रश्न मिल चुके हैं। सामान्य सभा में एजेंडा के पहले 11 से 12 के बीच पार्षद जरूरी प्रश्न उत्तर करेंगे। प्रश्नों का चयन लाटरी सिस्टम से एक दिन पहले किया जाएगा।

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                                           सामान्य सभा के दो दिन पहले सोमवार को कांग्रेस पार्षद प्रतिनिधि मंडल आज महापौर,सभापति और आयुक्त से मिला। प्रतिनिधि मंडल ने सामान्य सभा टालने को लेकर विरोध जाहिर किया। सभापति,महापौर ने बताया कि सामान्य सभा की बैठक नहीं टलेगी। नियत समय और दिन में सामान्य बैठक ली जाएगी। चर्चा के लिए एजेंडा भी तैयार कर लिया गया है। प्रश्नकाल के लिए प्रश्न भी आ चुके हैं।

                  कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की मांग पर एमआईसी बैठक के बाद दृष्टि सभागार में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष शेख नजरूद्दीन,कांग्रेस पार्षद दल के प्रवक्ता शैलेन्द्र जायसवाल,पार्षद चन्द्रप्रदीप वाजपेयी समेत कई कांग्रेस नेता उपस्थित थे। कांग्रेस पार्षदों ने महापौर को दो प्रश्नकाल में दो अतिरिक्त प्रश्न शामिल करने की लिखित मांग की। महापौर और आयुक्त ने कांग्रेस नेताओं की मांग को स्वीकार करते हुए बताया कि अभी तक कुल 54 प्रश्न आ चुके हैं। इन प्रश्नों को मंगलवार के दिन सबके सामने लाटरी सिस्टम से निकाला जाएगा। लाटरी से निकाले गए प्रश्नों को संबधित व्यक्ति प्रश्नकाल के दौरान एक-एक कर सत्ता पक्ष के सामने उठाएगा। प्रश्नकाल खत्म होने के बाद एजेंडा पर चर्चा की जाएगी।

                                                     54 प्रश्न पर एतराज करते हुए शैलेन्द्र जायसवाल ने कहा कि निकाय अधिनियम के अनुसार एल्डरमैन सदन में प्रश्न नहीं पूछ सकता है। कांग्रेस के विरोध और नियम पुस्तिका छानबीन के बाद महापौर और आयुुक्त ने कहा कि एल्डरमैन के प्रश्नों को लाटरी में शामिल नहीं किया जाएगा।

                  शैलेन्द्र जायसवाल ने बताया कि राज्य निकाय अधिनियम के 9-1 के क,ख और ग में प्रश्न पूछने की जानकारी दी गयी है। संशोधित नियम के अनुसार 9-1-ग में एल्डरमैन को प्रश्न पूछने का अधिकार नहीं है। शैलेन्द्र के तर्क को सही मानते हुए आयुक्त ने 6 प्रश्नों को लाटरी में नहीं शामिल किए जाने का आश्वासन दिया।

            शेख नजरूद्दीन ने महापौर और आयुक्त से जानना चाहा कि समय खत्म होने के बाद क्या उत्तर भी खत्म कर दिया जाएगा। आयुक्त सौमिल रंजन ने कहा कि जब तक समय के दौरान पूछे गए प्रश्न का उत्तर खत्म नहीं हो जाता तब तक प्रश्न काल का समय चलता रहेगा। आयुक्त ने बताया कि प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए और नहीं पूछे गए प्रश्नों का जवाब लिखित में भी दिया जाएगा। यदि प्रश्न पूछने वाला पार्षद सदन में समय पर नहीं रहता है तो प्रश्न को विलोपित कर दिया जाएगा। लेकिन लिखित जवाब दिया जाएगा। IMG20161003143309

अतिरिक्त दो प्रश्न जोड़े गए

       महापौर,सभापति और आयुक्त से अलग-अलग मिलने के बाद और बैठक में आयुक्त ने कांग्रेस के लोकमहत्व के दो प्रश्नों को शामिल करने का आश्वासन दिया। शेख नजरुद्दीन और शैलेन्द्र जायसवाल ने पत्रकारों को बताया कि हमारे प्रश्नों को शामिल कर लिया गया है। आज हमने पत्र लिखकर जानकारी मांगी है कि नूतन चौक,अशोकनगर,डबरीपारा में पट्टाधारी बस्तियों को निगम ने तोडा है। इनमें से कुछ मामले हाईकोर्ट में लंबित हैं। इसके अलावा कई जगहों पर निगम ने पट्टाधारियों का पट्टा निरस्त किया है।हमने मांग की है कि जिनका पट्टा शासन ने निरस्त किया है उन्हें उसी स्थान पर पट्टा दिया जाए। शासन ने जिस जमीन को आईएचएसडीपी योजना के तहत 191.26 एकड़ जमीन को कब्जा करने को कहा है वहां करीब साढ़े 26 हजार से अधिक परिवार निवास करते हैं। इन्हें हटाना किसी भी सूरत में जनहित में नहीं होगा।

                   शैलेन्द्र ने बताया कि हमारा दूसरा प्रश्न व्यापार विहार में कचरा को लेकर है। हमने सत्ता पक्ष से जानकारी मांंगी है कि व्यापार विहार के सरकारी और गैर सरकारी जमीन पर किसके आदेश से सालों से कचरा डंप किया जा रहा है। समय समय पर कचरा को हटाया जाता है। कचरा डंप करने और हटाने के लिए ठेकेदारों को कितनी राशि दी गयी है। उस कचरे को कहां डंप किया जाना था। कचरा निगम ने डंप किया या ठेकेदारों ने। कचरे को किसने हटाया। इस पर कितना खर्च हुआ। इसकी जानकारी निगम सरकार जनता को दे।

 

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