सरकार ने किया शहादत का अपमान..अभय

BHASKAR MISHRA
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IMG-20160525-WA0190बिलासपुर—झीरम घाटी छ.ग. ही नही बल्कि समूचे देश की सबसे बड़ी राजनीतिक षडयंत्रकारी साजिश थी। घटना की जितनी निन्दा की जाये कम है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शहीद नंदकुमार पटेल, शहीद महेन्द्र कर्मा, शहीद उदय मुदलियार, शहीद विद्याचरण शुक्ल, बिलासपुर के जाबाज उपाध्याय समेत 32 लोग नक्सली हत्या के शिकार हुए। सरकार छ.ग. शासन की गुप्तचर संस्था और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से फेल सिद्ध हुईं। झीरम घटना के बाद यह बातें सामने आयी कि कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा को सरकार ने नक्सल क्षेत्रों मे सुरक्षा की दृष्टिकोण से गंभीरता से नही लिया। इसमें राजनितिक षडयंत्र किया गया था। कांग्रेस कार्यालय में झीरम घाटी काण्ड के बरसी के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कही।

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                         कांग्रेस नेताओं ने उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश नेतृत्व घटना का शिकार हुआ। घटना के तुरंत बाद शासन प्रशासन ने कई प्रकार के अफवाहों का सहारा लिया। आज तक सरकार की किसी भी एजेंसी की घटना को लेकर रिपोर्ट नही आई। झीरम घटना की जांच के लिए बना न्यायिक आयोग की प्रक्रिया अब तक जारी है। केन्द्र में भाजपा सरकार आने के बाद राज्य सरकार ने सीबीआई जांच की घोषणा कर दी। जो गंभीर संदेश देता है। जब कांग्रेस के पदाधिकारी और शहीद परिवार के लोग सीबीआई जांच की मांग करते रहे थे तब जांच का आदेश नहीं दिया गया। अचानक सीबीआई जांच की घोषणा कर दी गई।

                  जिलाध्यक्ष कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष राजेन्द्र शुक्ला, शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर ने स्व. नंदकुमार पटेल, स्व. महेन्द्र कर्मा और स्व. विद्याचरण शुक्ल के राजनीतिक जीवन पर प्रकाश डाला। प्रदेश के विकास में उनके योगदान को याद किया। उनके विचारों तथा नीतियों पर कांग्रेस जनो को चलने का आग्रह किया। कार्यक्रम का संयोजन जफर अली शहीद नेताओं को याद करते हुए काफी भाऊक नजर आए। उन्होने नेताओं के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती है कांग्रेस के सिपाही न्याय के लिए आवाज बुलंद करते रहेंगे।

                            कार्यक्रम को बेलतरा प्रत्याशी भुवनेश्वर यादव, प्रदेश सचिव रामशरण यादव, नेता प्रतिपक्ष शेख नजुरूद्दीन, ब्लाक अध्यक्ष शशि देवांगन, पार्षद प्रवक्ता शैलेन्द्र जायसवाल, माधव चिन्तामन ओत्तलवार, सीमा सोनी, सीमा पाण्डेय, अजरा बेगम  ने भी संबोधित किया।

                              कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता अभय नारायण राय ने झीरम की घटना को राजनीतिक षडयंत्र बताते हुए कहा कि बस्तर मे आज भी नक्सलराज है। आदिवासियों के लिए संघर्ष करने वाले राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को पुलिस निशाना बना रही है। अभय ने भाजपा से सवाल किया कि राष्ट्र प्रेम, राज्य प्रेम और सैनिक के प्रति प्रेम दिखाने वाली भाजपा 25 मई को झीरम के शहीदों को श्रद्धांजलि क्यो नहीं करती है। कांग्रेस नेताओं के साथ प्रदेश पुलिस, सशस्त्र बल के अधिकारी औक कर्मचारी भी शहीद हुए थे। उनको श्रद्धांजलि अर्पित नहीं करना शहादत का अपमान है।

                    कार्यक्रम में पूर्व विधायक चंद्रप्रकाश बाजपेयी, पंचराम सूुर्यवंशी, रामा बघेल, काशीराम रात्रे, मनोज शर्मा, राकेश सिंह, सुनील शुक्ला, सुभाष ठाकुर, प्रमोद गुप्ता, अमित दुबे, करम गोरख, चंद्रहास शर्मा, पंडित विनोद शर्मा, अप्पल नायडू, डाॅ. तरूण तिवारी, रामदुलारे रजक, सिकंदर बादशाह, मोहन बोले, त्रिभूवन लाल कश्यप, हरमेन्दर शुक्ला, उमेश मौर्य, मनीष गुप्ता, कुश कुमार, मनोज शुक्ला, विष्णु धनकर, महेश उईके उपस्थित थे।

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