बिलासपुर— जब पुलिस व्यवस्था बनाते और लोगों को समझाते परेशान हो रही हो। लोग लाक डाउन और कोरोना की गंभीरता को समझने को तैयार ना हो। उस समय गांव के सरपंच ने ऐसा कदम उठाया। जिसे देश नहीं तो कम से कम प्रदेश में अपनी तरह की शानदार मिसाल के रूप में पेश किया जा सकता है। लाकडाउन के बाद लोगों की आवाजाही से परेशान गांव के सरपंच ने गांव से बाहर जाने वाली सड़कों पर बैरियर लगा दिया है। इतना ही नहीं दिन रात जगकर सरपंच गांव की निगहबानी भी करता है। जी हां मामला सीपत थाना क्षेत्र के गांव पंचायत दर्राभाठा का है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
मस्तूरी विकासखण्ड में एक ग्राम पंचायत बनियाडीह है। बनियाडीह ग्राम पंचायत के सरपंच का नाम महेंद्र कश्यप है। जबसे सरकार ने लाकडाउन का एलान किया है। उसकी जिम्मेदारी बढ़ गयी है। गांव के चारो तरफ बैरियर लगाकर अपने आदमियों के साथ रात दिन ड्यूटी कर रहा है। गांव सरपंच महेन्द्र कश्यप ने फरमान जारी किया है ना तो कोई गांव से बाहर जाएगा और गांव के अन्दर आएगा। यदि किसी को आना जाना है तो सबसे पहले उसकी अनुमति जरूरी होगी। क्योंकि कोरोना से बचने का यही एक मात्र उपाय है। इसलिए वह अपनी पंचायत को संकट में डालने को तैयार नहीं है।
महेन्द्र कश्यप ने बताया लाकडाउन के बाद भी लोगों ने कोरोना को गंभीरता से नहीं लिया। सरकार चिल्लाती रही..पुलिस वाले दम लगाते रहे। लेकिन गांव के लोग चोरी छिपे बाहर आते रहे। इतना ही नहीं बाहर से गांव आने वालों की संख्या भी कम नहीं हुई। इसके बाद मुझे कठोर निर्णय लेना पडा है।
महेन्द्र कश्यप ने बताया कि पंचों से राय मशविरा के बाद गांव में किसी भी तरह कोरोना के प्रवेश को लेकर कठोर फैसला लिया गया। सभी ने मिलकर फैसला किया कि जब लाकडाउन रहेगा तब तक ना तो कोई गांव से बाहर जाएगा। और ना ही कोई गांव के अन्दर आएगा। बाहर आने वाले अपनों को भी पुलिस से पहले सम्पर्क करना पड़ेगा। जब मेडिकल विभाग उस व्यक्ति कोरोना संदेही नही मानेगा तब ही उसे गांव में प्रवेश दिया जाएगा। फिर भी उसे उसके ही घर में आइसोलेशन पर रखा जाएगा।
महेन्द्र कश्यप ने बताया कि ग्राम पंचायत को भयंकर बीमारी से बचाने के लिए बस्ती पहुच मार्ग में बेरिकेट्स बनवाया। बीच सड़क में लिख दिया कि “कोरोना वायरस से बचाव के लिए गांव में प्रवेश करना मना है”। महेन्द्र कश्यप ने जानकारी दी कि वह मास्क लगाकर बैरियर पर दिन रात ड्यूटी कर रहा है। महेंद्र ने बताया कि इस खतरनाक वायरस के चपेट में आने से बचने के लिए संयम जरूरी है।
महेन्द्र ने बताया कि इसके बाद सीपत क्षेत्र के ज्यादातर गांवों में गांव के बाहर बेरिकेट्स लगाया जा रहा है। गांव के सरपंच बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। यहां तक की दूसरे गांव के सब्जी बेचने वालों को भी गांव में नहीं घुसने दिया जा रहा है।