बिलासपुर— कांग्रेस कार्यालय में आज पूरे बजट के दौरान नेताओं की नजर एक टक सुरेश प्रभु पर थी। बजट के बाद कांग्रेस नेताओ ने कहा कि प्रभु ने एक बार फिर प्रदेश को धोखा दिया है। हर बार बिलासपुर को रेल बजट में छला जाता था। इस बार पूरे प्रदेश को मोदी ने छला है। कहते थे कि उन्हें छत्तीसगढ़ से गहरा लगाव है।बजट में ऐसा कहीं कुछ नहीं दिखायी दिया। रेल बजट पर पीसीसी महांमंत्री अटल श्रीवास्तव,संभागीय प्रवक्ता अभयनारायण राय,प्रदेश पीसीसी सचिव सचिव रामशरण यादव,शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर, प्रवक्ता ऋषि पाण्डेय, नेता प्रतिपक्ष शेख नजीरूद्दीन,ने भाजपा सरकार के दूसरे रेल बजट को प्रभु का फ्लाफ शो बताया है। बजट को आम जनता को हतोत्साहित और निराशा करने वाला कहा है।
प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने कहा कि बिलासपुर देश का सबसे कमाऊ जोन पूत में से एक है। उसके अनुरूप बिलासपुर और छत्तीसगढ़ को रेल बजट से निराशा हाथ लगी है। रेल बजट के पहले जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र के विकास के लिए सुझाव दिये थे जिसका कहीं भी जिक्र नहीं किया गया है। ऐसा लगता है कि छत्तीसगढ़ के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की राजनीतिक इच्छा शक्ति कमजोर है। क्षेत्र की जायज मांगों को केन्द्र सरकार के पास सही ढंग से उठा नहीं रहे हैं। विकास की कड़ी में भारतीय जनता पार्टी के सांसदों की बड़ी असफलता है। रायगढ़ टर्मिनल की मांग डेढ़ दशक पुरानी है। कोरबा, कटघोरा से लेकर पेण्ड्र, शहडोल तक रेल शुरू करने की आश्यकता है। आम जनता जनता की सुविधा और व्यवसायिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। कमाऊ जोन के साथ फिर छल किया गया है।
अभय नारायण राय ने कहा कि रेल बजट से ऐसा लगता ही नहीं कि सबका साथ सबका विकास होने वाला है। केवल योजनाओं की घोषणा की गयी है। योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए राशि कहां से आएगी इस पर बजट और प्रभु मौन हैं। जाहिर सी बात है कि आम जनता की जेब पर एक बार फिर डाका डाला जाएगा। प्रदेश के खनिज ढोने के लिए मोदी और प्रभु के पास परिवहन के लिए बजट में तवज्जो तो है। लेकिन भोली भाली जनता के लिए उनकी झोली में कुछ नहीं है।
रामशरण ने बताया कि रेल बजट साल का रेल संबंधित विकास,विस्तार और आज जनता के उद्देश्यों को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। लेकिन जनता को ऐसा कुछ नहीं दिखायी दिया है । आम जनता, विद्यार्थी, बुजुर्ग , नौकरी पेशा करने वालों के साथ केवल और केवल छलावा किया गया है। भारतीय जनता पार्टी अपनी सोच और प्रतीक के रूप में सभी गाडियों में दीनदयाल उपाध्याय के नाम से एक जनरल अनारक्षित कोच जोड़ने की घोषणा की गयी है।
दरअसल प्रभु ने आम जनता को आर.एस.एस.से जोडने का नया तरीका खोज निकाला है। एक बोगी से कुछ होने जाने वाला नहीं है। उन्होने कहा कि रेल किराया नहीं बढाने की बात हजम नहीं होती। सरकार दो बार किराया बढा चुकी है। वह भी बजट के पहले। अब बजट के बाद लोग अतिरिक्त किराया देने को तैयार रहे हैं। भाजपा की कथनी और करनी में बहुत भेद है।
शहर अध्यक्ष नरेन्द बोलर ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जहा जाते है वहा से कुछ शिगुफा छोड़कर आते है। देश में घुम-घुम कर प्रचार प्रसार करते है। प्रधानमंत्री ने जापान से बुलेट रेल मंगवाया है लेकिन इस बार रेल बजट में बुलेट रेल का कहीं जिक्र नहीं है। इसी तरह बजट में बेरोजगारों के लिए कोई रोजगार की संभावना नजर नहीं दिखाई देती है। ना ही स्थानीय बेरोजगारों की प्रशिक्षण के लिए कोई संस्थान खोलने की घोषणा की गई। स्थानीय युवाओं में बजट से काफी मायूसी है।
ऋषि पाण्डेय ने कहा कि बजट में सबका साथ सबका विकास नहीं बल्कि सबका साथ भाजपा का विकास दिखाई दे रहा है। बिलासपुर ही नहीं पूरा प्रदेश आज के बजट से हतप्रभ है। आशाएं बहुत थी। लेकिन पहाड़ खोदने के बाद चुहिया निकली। पिछले बजट में आधारभूत संरचना की विकास की बात की गयी थी। लेकिन हुआ कुछ नहीं। इस बार भी ऐसा ही कुछ किया गया। सारे वादे हवा दवाई साबित हो गए हैं। सुरेश प्रभु के बजट ने प्रदेश को बहुत नुकसान पहुंचाया है।