बिलासपुर। प्रदेश के नगरीय प्रशासन, उद्योग एवं वाणिज्यिककर मंत्री अमर अग्रवाल गुरुवार को राजीव गांधी शिक्षा मिशन द्वारा आयोजित महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला में जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव पर कक्षा पहली, छठवीं एवं नवमी के शाला प्रवेशी बच्चों को तिलक लगाकर मिठाई खिलाई। साथ ही बच्चों को हार पहनाकर स्वागत किया गया। बच्चों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तक का वितरण भी किया गया। नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव के कार्यक्रम में शामिल हुए हैै।
ऐसे कार्यक्रम के माध्यम से कल जो भविष्य में हमारा छत्तीसगढ़ बनेगा उसकी एक कल्पना है। उन्होंने कहा कि जीवन के उत्थान के लिये शिक्षा जरूरी हंै। बच्चों को शिक्षा पाने का अधिकार है। मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह के नेतृत्व में प्रदेश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है, ताकि भावी पीढ़ी शतप्रतिशत शिक्षा प्राप्त कर सशक्त बने।
शिक्षा के प्रति सामाजिक जागरूकता अत्यंत महत्वपूर्ण है। कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न हो। अभिभावकों को भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। प्रदेश में अब काफी संख्या में बच्चे स्कूल जाने लगे हैं। अभिभावक बच्चों के शिक्षा के प्रति सजग रहंे, कोई भी बच्चा बीच में पढ़ाई न छोड़ें। प्रदेश सरकार के मंशानुरूप हर बच्चा उच्च शिक्षा ग्रहण कर अपने माता-पिता, समाज एवं प्रदेश का नाम रौशन करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला पंचायत अध्यक्षता दीपक साहू ने कहा कि शिक्षा ही विकास की मुख्यधारा है। इसलिये बच्चों को शिक्षित होना आवश्यक है। शासन की मंशानुरूप प्रांरभिक शिक्षा से ही बच्चों को निःशुल्क गणवेश, पाठ्य पुस्तक आदि प्रदान किया जा रहा है ताकि बच्चों में शिक्षा के प्रति रूचि जागृत हो। उन्होंने अभिभावकों को अपने बच्चों के स्कूल में जाने की अपील की।
कलेक्टर अन्बलगन पी. ने कहा कि शिक्षा पाना अब प्रत्येक बच्चों का मौलिक अधिकार है। शिक्षा के अधिकार के तहत् अब शिक्षक और अभिभावक का दायित्व है कि बच्चों को उनके अधिकार से वंचित न करें। समाज का भी दायित्व है कि बच्चों को शिक्षा से जोड़ें। यह अभियान पूरे जिले में प्रवेश उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हाईस्कूल तक के लड़कियों को सायकल तथा स्कूली बच्चों को निःशुल्क गणवेश, पाठ्य पुस्तक आदि प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश सरकार की मंशा है कि बच्चे ज्यादा से ज्यादा शिक्षा ग्रहण करें। उन्होंने कहा कि बच्चों में नैतिक शिक्षा का ज्ञान आवश्यक है।