बिलासपुर—–प्रदेश में बिलासपुर की पहचान शिक्षा केन्द्र के रूप में है। गुरूघासीदास केन्द्रीय विश्वविघालय,पं.सुन्दरलाल शर्मा ओपन विश्वविद्यालय और बिलासपुर विश्वविद्यालय छत्तीसगढ की पहचान हैं। छत्तीसगढ़ के विकास में उच्च शिक्षा पहली आवश्यकता है। अच्छी और सार्थक शिक्षा ही शिक्षित समाज को जन्म देता है। निकाय मंत्री अमर अग्रवाल ने पं सुन्दर लाल शर्मा मुक्त विश्विद्यालय में बैंक और डाकघर लोकार्पण अवसर पर यह बातें कही।
निकाय मंत्री अग्रवाल ने कहा कि साल 2004 में तीन विश्वविद्यालय को स्वीकृति मिली थी। स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, कुशाभाई ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय और पं. सुन्दर लाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय प्रमुख हैं। बिलासपुर का शैक्षणिक स्तर बढने से अंचल में जागरूकता आयी है…लोगों का चहुंमुखी विकास हुआ है।
अमर ने कहा कि शासकीय विश्वविद्यालय वाणिज्यिक संस्था नही है। शिक्षा की गुणवत्ता इनकी जवाबदेही में शामिल है। संस्थान जितना आगे बढे़गे शिक्षा का स्तर उतना ही बढ़ेगा। इसके बाद बेहतर और मजबूत समाज का विकास होगा।
कार्यक्रम को विधानसभा उपाध्यक्ष ने भी संबोधित किया। बद्रीधर दीवान ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में बैंक और पोस्ट आफिस खुलने का लाभ छात्र-छात्राओं को मिलेगा। इसके अलावा इसका फायदा आस पास के गांव को भी मिलेगा।
कुलपति बी.जी.सिंह ने विश्वविद्यालय के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मौके पर उन्होने अतिथियों के सामने विश्वविद्यालय के विकास के लिए मांग भी की। कुलसचिव राजकुमार सचदेव ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम मेंं महापौर किशोर राय, समेत विश्वविद्यालय का स्टाफ भी मौजूद था।