बिलासपुर—मशहूर निदेशक, लेखक, अभिनेता मनोज मिश्रा आज यानि 16 जून 2019 को लखरीराम अग्रवाल सभागार में सैकड़ों कला प्रेमियों की मौजूदगी में विशेष कला का प्रदर्शन करेंगे। बुद्ध के जीवन में प्रकाश और जन्मों की गाथा पर विशेष कार्यक्रम के माध्यम से प्रकाश डालेंगे। विशेष शो का नाम किस्सा एनलाइटमैन्ट है। कार्यक्रम में मदारी की भूमिका मोहन सागर और जमूरा का रोल मनोज मिश्रा करेंगे। बुद्ध से जुड़ी जीवन से जुड़े तमाम तथ्यों को किस्सों के माध्यम से गंभीरता के साथ लोगों के सामने पेश किया जाएगा। कार्यक्रम प्रस्तुति के दौरान जमुरा, मदारी बुद्ध और जलालुद्दीन के बीच रिश्तों की कड़ी को जोड़ने का प्रयास करेंगे।
मनोज मिश्रा ने संक्षिप्त बातचीत में बताया कि विशेष कार्यक्रम का नाम किस्सा इनलाइटमैन है। इसमें भगवान बुद्ध के सभी जन्मों की गाथा होगी। विशेषकर बुद्ध और जलालुद्दीन रूमी के बीच का संवाद लोगों को आकर्षित करेगा। कार्यक्रम में दो पात्र होंगे। एक पात्र मदारी का तो दूसरा जमूरा का होगा। मदारी और जमूरा के माध्यम से भगवान बुद्ध के सभी जन्मों पर जीवन्त संवाद लोगों के दिल और दिमाग को सोचने के लिए मजबूर करेगा।
कार्यक्रम के आयोजक रोहित वाजपेयी ने बताया कि मनोज मिश्रा का नाम फिल्म जगत में लेखक, कलाकार और डायरेक्टर के रूप में सम्मान के साथ लिया जाता है। उन्होने पुणे से नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में तीन साल को कोर्स किया है। 2 साल तक भारतेन्दु नाट्य अकादमी में प्रशिक्षण लिया है। श्री राम सेन्टर में दो साल तक अभिनय का कोर्स किया है। उन्हे पुणे ओशो कम्यून मानसून उत्सव में दो बार कार्यक्रम प्रदर्शन करने का अवसर मिला।
मनोज मिश्रा ने मंगल पाण्डेय, मै माधुरी दीक्षित बनना चाहती हूं में भी अभिनय किया है। उन्होने दो सूफी अलबम सलीम सुलेमान के साथ अल्लाह हू अकबर और खुदा वही है में कविता सेठ के साथ अभिनय किया है। मशहूर लेखक मनोज ने इसके अलावा अभिनय से सत्य तक और किस्सा इनलाइमैन्ट में सोलो प्रदर्शन कर लोगों के दिल में विशेष स्थान बनाया है। लखीराम अग्रवाल भवन में 16 जून को शाम सात बजे मनोज मिश्रा अपने साथी मोहन कुमार के साथ किस्सी इनलाइटमैन का प्रदर्शन करेंगे।