बिलासपुर– जीआरपी ने 29 जून को हुए 97 किलो चांदी की चोरी का खुलासा किया है। चलती ट्रेन में चोरी के सभी चारो आरोपियों को धर दबोचा है। पकड़े गए आरोपियों में जीआरपी का भी एक जवान है । खुलासे में जीआरपी के आलाधिकारी ने बताया की चोरी की चांदी को अपने घर रखने वाले को भी पकड़ा गया है। फिलहाल सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
बिलासपुर जीआरपी ने बड़ी चोरी का खुलासा किया है। आलाधिकारी ने बताया कि सलेम अय्यप्पापट्टनम तमिलनाडू निवासी सेंथिल कुमार ने बिलासपुर जीआरपी थाना में एक जुलाई को 97 किलोग्राम चांदी की पायल की चोरी होने की जानकारी दी। सेंथिल कुमार ने जीआरपी को बताया कि 27 जून को उसका रिश्तेदार कार्तिक सलेम से 97 किलोग्राम चांदी लेकर चांपा के लिए त्रिवेंद्रम से चांपा के लिए रवाना हुआ। रिशेतदार कार्तिक त्रिवेंद्रम कोरबा एक्सप्रेस की बोगी संख्या बी-1 के सीट नम्बर 41 में यात्रा कर रहा था।
29 जून को रात करीब 2 बजे अकलतरा स्टेशन से पहले कार्तिक के पास दो व्यक्ति पहुंचे। दोनों वर्दी में थे। खुद को जीआरपी का होना बताया। दोनो वर्दीधारियों ने कार्तिक को पहले हड़काया और चांदी को चोरी का होना बताया। दोनों वर्दीधारियों ने कार्तिक को पूछताछ के लिए अकलतरा में उतार लिया। कहा की पूछताछ के लिए जीआरपी थाना चलना पड़ेगा।
सेंथिल कुमार के अनुसार कार्तिक को लेकर दोनों युवक स्टेशन के बाहर आए। कार में बिठाकर पहले इधर उधर घुमाया। बाद में बिलासपुर हाईवे में छोड़कर चांदी समेत फरार हो गए। घटना की जानकारी उसे कार्तिक ने फोन पर दी। जीआरपी ने सेंथिल और कार्तिक की शिकायत पर 1 जुलाई को मामला दर्ज किया।
गुरूवार को खुलासा के दौरान जीआरपी के आलाधिकारी ने बताया कि शिकायत के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए छानबीन शुरू हुई । अकलतरा क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। इसी दौरान फुटेज में एक सफेद रंग की आई 20 कार रेलवे स्टेशन अकलतरा से हाईवे की तरफ जाती दिखाई दी। मामले में चांपा स्टेशन पर कार्तिक के साथ दिखने वाले लोगों के संबंध में पूछताछ की गयी। कन्हैया नाम के व्यक्ति ने बताया कि उसका भाई परमानंद सोनी को शायद घटना की जानकारी थी। उसने उस रात में जगाने के लिए कहा था।
जानकारी के बाद परमानंद सोनी को पकड़ा गया। पूछताछ में परमानंद ने बताया कि कार्तिक के चांदी लेकर आने की उसे जानकारी थी। चोरी की घटना को अंजाम देने रक्षित केंद्र कोरबा में पदस्थ आरक्षक राजा जगत के साथ प्लान तैयार किया। मंसूबों को अंजाम देने कार ड्राइवर विजय यादव को भी शामिल किया। चचेरे भाई राम अवतार उर्फ रामू को भी साथ लिया।
जीआरपी अधिकारी ने बताया कि योजना को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। परमानंद सोनी 28 और 29 जून की रात दोनों अन्य साथियों के साथ पहले बिलासपुर पहुंचे। परमानन्द और राजा जगत त्रिवेन्द्रम कोरबा एक्सप्रेस से सवार हुए। दोनों अन्य साथियों को कार से अकलतरा के लिए कार से रवाना कर दिया।
रेलवे स्टेशन अकलतरा के पास राजा जगत और परमानंद सोनी ने कार्तिक के पास पहुंचकर पहले जमकर धमकाया। खुद को जीआरपी का जवान देकर कार्तिक से पूछताछ करने लगे। दोनों ने चोरी की चांदी का हवाला देकर कार्तिक को जेवर समेत अकलतरा स्टेशन पर उतारा। कार्तिक को कार में बैठाकर अकलतरा में इधर घुमाया। इसके बाद कार्तिक को उतार कर दोनों जेवर के साथ फरार हो गए।
खुलासे में बताया गया कि चोरी के बाद परमानंद सोनी 97 किलो चांदी लेकर अपने परिचित पाली निवासी मायाराम के घर गया। परिचित को बताया कि सामान उसके मालिक का है। वह शादी के कार्यक्रम में जा रहा है…चांदी को शादी से लौटने के बाद ले जाउंगा। जीआरपी महिला अधिकारी ने बताया कि परमानन्द के एकबालिया बयान के बाद पाली कोरबा निवासी आरक्षक राजा जगत, कोरबा निवासी विजय मरावी और राम अवतार जगत को गिरफ्तार किया गया। मामले में एक आरक्षक के शामिल होने पर जीआरपी महिला अधिकारी ने आश्चर्य जाहिर करते हुए कहा कि सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
बहरहाल जीआरपी टीम ने 97 किलो 300 ग्राम चांदी को बरामद कर लिया है। बरामद चांदी की कीमत करीब 37 लाख रूपए से अधिक है।